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Bihar News: शादी समारोह के बीच आपस में उलझे BJP विधायक संजय सिंह और CM नीतीश के बॉडीगार्ड, फिर हुआ कुछ ऐसा, जिसे जान चौंक जाएंगे आप

वैशाली में लालगंज के बीजेपी विधायक संजय सिंह और सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में लगे कर्मियों के बीच बकझक हो गई। जानिए क्या था विवाद का कारण।

Bihar News: शादी समारोह के बीच आपस में उलझे BJP विधायक संजय सिंह और CM नीतीश के बॉडीगार्ड, फिर हुआ कुछ ऐसा, जिसे जान चौंक जाएंगे आप
Bihar Vaishali News- फोटो : social media

Bihar Vaishali News: वैशाली जिले के कानपुरा गांव में एक शादी समारोह के दौरान बीजेपी विधायक संजय सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के बीच बकझक हो गई। यह वाकया उस समय हुआ जब मुख्यमंत्री नित्यानंद राय की पोती की शादी में शामिल होने पहुंचे थे और लालगंज विधायक संजय सिंह उनके पीछे-पीछे कमरे में जाना चाह रहे थे।

क्या है पूरा मामला?

कानपुरा गांव में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की पोती और भाजपा नेता अरविंद राय की बेटी की शादी थी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी विधायक संजय सिंह दोनों पहुंचे थे। जैसे ही मुख्यमंत्री कमरे के अंदर गए, विधायक संजय सिंह भी उनके पीछे जाने लगे। लेकिन सीएम की सुरक्षा में तैनात कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इससे विधायक संजय सिंह नाराज हो गए और उनके और सुरक्षा कर्मियों के बीच बकझक होने लगी।

विधायक की नाराजगी

विधायक संजय सिंह ने सीएम से मिलने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें कमरे के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। इस पर विधायक नाराज हो गए और दोनों के बीच थोड़ी देर तक कहा-सुनी हुई। जब सीएम से मिलने का मौका नहीं मिला, तो विधायक संजय सिंह दूसरे कमरे में चले गए।

क्या कहना है बीजेपी विधायक का?

बीजेपी विधायक संजय सिंह का कहना था कि वे मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे थे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया, जिससे वे नाराज हो गए। इस पूरी घटना से विधायक और सुरक्षा कर्मियों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।

सुरक्षा कर्मियों का रुख

सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि उनकी जिम्मेदारी थी कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। बिना किसी प्रोटोकॉल के वे किसी को भी सीधे मुख्यमंत्री के पास नहीं जाने दे सकते थे। यही वजह थी कि विधायक को रोका गया।

वैशाली की घटना 

वैशाली की यह घटना बताती है कि राजनीतिक नेताओं और सुरक्षा कर्मियों के बीच संवाद में अक्सर असहज स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर तब जब सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।

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