Bihar tourism - 550 करोड़ की लागत से बने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, दो जिलों तक विस्तार,बुद्ध की अस्थि कलश भी स्थापित, तस्वीरों में देखें खूबसूरती
Bihar tourism - सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रुप में बने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का आज उद्घाटन किया गया। खुद नीतीश कुमार ने इस संग्रहालय का निर्माण किया गया।

Vaishali - 6 साल के लंबे इतंजार के बाद आखिरकार सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा हो गया जिसके तहत सीएम ने करोड़ों की लागत से बने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का उदघाटन कर दिया। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी,मंत्री विजय चौधरी के साथ पहुंचे नीतीश कुमार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का उदघाटन किया जिसके बाद आज से यह आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया है। वहीं इस मौके पर 15 देशों से आए बौद्ध भिक्षु भी उपस्थित थे। जिन्होंने विधिवत पूजा अर्चना की जिसके बाद सीएम ने मुख्य स्तूपा सहित पूरे परिसर का मुआयना भी किया।
72 एकड़ में बना
बता दें कि इसे बनाने में 550.48 करोड रुपए खर्च हुए हैं। यह स्तूप 72 एकड़ में बन कर तैयार हुआ है।जो वैशाली जिले से लेकर मुजफ्फरपुर जिला तक फैला हुआ है। स्तूप के परिसर में लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए पुस्तकालय आगंतुक केंद्र संग्रहालय ब्लॉक एमफिल थियेटर कैफेटेरिया, मेडिटेशन सेंटर के अलावा 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र पार्किंग तथा अन्य सुविधा भी विकसित की गई है।
बुद्ध के अस्थि कलश को किया स्थापित
उद्घाटन के बाद विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र वैशाली हो जाएगा। खास बात यह है कि मुख्य स्तूपा में अस्थि कलश को आज ही स्थापित भी कर दिया गया है।
दरअसल 72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल एतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा
पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से सुसज्जित है।
ओडिशा के कलाकारों ने तैयार की है प्रतिमा.
ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा। विभाग के सचिव श्री प्रणव कुमार ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।
Report - rishav kumar