Bihar News: वैशाली में दिल दहला देने वाली घटना! नवजात की तस्करी में पिता भी शामिल, जानें क्या है पूरा मामला
Bihar News: वैशाली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने अपने नवजात बच्चे को 50 हजार रुपये में बेच दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे की मां की शिकायत पर मामला उजागर हुआ

वैशाली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने अपने नवजात शिशु को 50 हजार रुपये में बेच दिया। इस मामले में हाजीपुर नगर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
महुआ थाना के कन्हौली मानपुरा निवासी राजेश कुमार ने अपने नवजात को गोरौल निवासी रमेश कुमार को बेच दिया था। राजेश के पहले से चार बच्चे थे, जबकि रमेश कुमार के पास केवल एक बेटी थी और वह एक बेटा चाहता था। मामला तब उजागर हुआ जब बच्चे की मां गोलू कुमारी ने न्यू बुद्ध पॉपुलर इमरजेंसी हॉस्पिटल, जोहरी बाजार से अपने नवजात के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में नवजात के पिता राजेश कुमार, खरीददार रमेश कुमार सहित कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों में लालगंज के अरुण कुमार, पिरापुर के जयप्रकाश कुमार, सारण के जितेंद्र कुमार और नगर थाना क्षेत्र के अविनाश कुमार शामिल हैं।
7 महीने पुराना था मामला
घटना 10 सितंबर 2024 को घटित हुई थी, जब महुआ थाना क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता मीनू देवी की सहायता से पीड़िता अस्पताल में भर्ती हुई थी और उसने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। अस्पताल के डॉक्टर चिंटू उर्फ आदित्य राज ने नवजात की स्थिति नाजुक बताई और उसे बिना मां की अनुमति के बच्चा केयर सेंटर ले जाने के नाम पर कहीं और पहुंचा दिया।
आशा कार्यकर्ता पर साजिश का आरोप
बच्चे की मां ने आरोप लगाया कि आशा कार्यकर्ता मीनू देवी और डॉक्टर ने मिलकर उसके नवजात को बेचने की साजिश रची। उसे बताया गया कि बच्चा गंभीर स्थिति में है, लेकिन बाद में उसे पता चला कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था। यह भी खुलासा हुआ कि संजीत कुमार रजक नामक व्यक्ति ने मोटी रकम लेकर बच्चे को अपने रिश्तेदार रंजीत कुमार रजक के पास पहुंचा दिया।
डीएनए टेस्ट की मांग
महिला ने अपने बच्चे की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए टेस्ट की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया और नवजात को बरामद कर लिया।
पुलिस की आगे की जांच जारी
नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह ने पहले भी ऐसे अपराध किए हैं।
यह मामला ना सिर्फ समाज के नैतिक पतन को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह से लालच और धोखाधड़ी के कारण मासूम बच्चों को भी सौदेबाजी का हिस्सा बनाया जा रहा है। पुलिस की तत्परता से यह मामला उजागर हो गया, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक बड़ी चेतावनी है।