Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का तेजस्वी यादव को राघोपुर से चेतावनी भरा संदेश, बोले- बार-बार गाली देना अनर्थ और सत्यानाश की राह

Bihar Politics: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव को राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनौती और चेतावनी दी है।

Nityanand Rai
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का तेजस्वी यादव को राघोपुर से चेतावनी भरा संदेश- फोटो : reporter

Bihar Politics: वैशाली में आयोजित तेजस्वी यादव की जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता को कथित गालियां दिए जाने के विवाद के बाद, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव को राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनौती और चेतावनी दी है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनके समर्थकों द्वारा पीएम मोदी और उनकी माता को बार-बार गाली देना महापाप है और यह बिहार के लोकतंत्र और सभ्यता के लिए खतरनाक है। उन्होंने तेजस्वी यादव से सीधे कहा कि जैसे कंस का नाश हुआ, वैसे ही बिहार की जनता द्वारा तुमका नाश होगा। मंत्री ने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा, “कालिया नाग की तरह तुम विष उगल रहे हो, बिहार की जनता जल्द ही तुम्हें नाश देगी। समय निकट है, याद रखो।”

नित्यानंद राय ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबी उन्मूलन, देश और बिहार के विकास के लिए दिन-रात मेहनत की है। “और तुम उनके माता-पिता को गाली दे रहे हो। यह अनर्थ राघोपुर विधानसभा की धरती से शुरू होकर पूरे बिहार में फैलने वाला है।” उन्होंने तेजस्वी यादव को याद दिलाया कि 1990 में राम रथ रोकने की कोशिश की गई थी, लेकिन राघोपुर की जनता ने उसे रोका। अब वही जनता तेजस्वी यादव को सत्यानाश करने के लिए तैयार है।

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के नेताओं और पूर्वकालीन शासन पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेता इस तरह की करतूत करते रहे, लेकिन तेजस्वी और उनका परिवार जंगल राज और भ्रष्टाचार के प्रतीक बन गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने अपराधियों को संरक्षण दिया और सामाजिक शिष्टाचार का उल्लंघन किया।

नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए कहा, “आज बिहार की जनता तैयार हो चुकी है, कमर कस ली है। तुम्हारा और राहुल का सत्यानाश समय निकट है। यह चेतावनी सिर्फ शब्दों की नहीं, बल्कि बिहार की जनता की भावना का प्रतिबिंब है।”

विश्लेषकों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी चुनावी रणनीति और सियासी संदेश दोनों का मिश्रण है। यह न केवल तेजस्वी यादव को व्यक्तिगत रूप से चुनौती देती है, बल्कि राजनीतिक तनाव और महागठबंधन विरोधी मोर्चे को भी सक्रिय करती है।

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार