Bihar road Accident: बिहार में रफ़्तार बनी कातिल, बस-ऑटो की भिड़ंत, तीन लोगों की मौत, सात की हालत गंभीर

एक तेज़ रफ्तार बस और ऑटो की सीधी टक्कर ने माहौल को चीख़-पुकार से भर दिया। टक्कर इतनी खूंख़ार थी कि ऑटो के परखच्चे आसमान में उड़ते दिखे, जैसे किसी ने ज़िंदगी को एक झटके में चाक कर दिया हो।

Bihar road Accident
रफ़्तार बनी कातिल- फोटो : reporter

Bihar road Accident: वैशाली ज़िले में  सुबह दहशत और दहाड़ दोनों साथ-साथ गूंज उठे। हाजीपुर–लालगंज एसएच-74 पर उस वक़्त रफ़्तार का कहर ऐसा टूटा कि मानो सड़क पर मौत पहरा देकर खड़ी हो। करताहां थाना क्षेत्र के कंचनपुर धनुषी गांव के पास एक तेज़ रफ्तार बस और ऑटो की सीधी टक्कर ने माहौल को चीख़-पुकार से भर दिया। टक्कर इतनी खूंख़ार थी कि ऑटो के परखच्चे आसमान में उड़ते दिखे, जैसे किसी ने ज़िंदगी को एक झटके में चाक कर दिया हो।

मौके पर ही तीन लोगों ने दम तोड़ दिया, मौत भी जैसे बिना दया, बिना रहम आए बैठी थी। वहीं ऑटो में सवार एक दर्जन से ज़्यादा यात्री बुरी तरह ज़ख्मी हो गए। इनमें से सात की हालत नाज़ुक बनी हुई है—एंबुलेंस की सायरन और लोगों की दुआएं दोनों ही बराबर दौड़ रही हैं। अस्पताल की ओर ले जाए जाते समय कई घायलों की स्थिति ऐसी थी कि हर सांस मानो मौत से मोलभाव कर रही थी।

हादसे के बाद गांव में ग़ुस्से का तूफ़ान फूट पड़ा। स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए और हाजीपुर–लालगंज मुख्य पथ को जाम कर दिया। माहौल इतना तना हुआ कि सड़क पर कदम रखना भी मुश्किल हो गया—लोगों का आक्रोश, सरकार से गुहार और दर्द की चिंगारी एक साथ भड़क रही थी। ग्रामीणों की मांग है कि मृतकों के परिजनों को उचित मुआवज़ा दिया जाए और घायल यात्रियों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न हो।

सूचना मिलते ही लालगंज एसडीपीओ गोपाल मंडल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन भीड़ का आक्रोश ऐसा था कि हर शब्द दंगायी लपटों में खो जाता था। लोग कार्रवाई, प्रावधान, सुरक्षा और मुआवज़े के लिए यक़ीन और जवाब चाहते थे।

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार