Bihar News: पीपल के वृक्ष से निकली शनिदेव की मूर्ति, ग्रामीणों में उमड़ा श्रद्धा और आस्था का सैलाब

Bihar News:एक पुराने पीपल के वृक्ष से अचानक शनि देव की मूर्ति निकलने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए।

 idol of Shani Dev emerged from the Peepal tree
पीपल के वृक्ष से निकली शनिदेव की मूर्ति- फोटो : reporter

Bihar News:वैशाली जिले के चेहरा कला प्रखंड का चपेठ गांव इन दिनों लोगों की आस्था और कौतूहल का केंद्र बन गया है। रविवार की सुबह गांव के एक पुराने पीपल के वृक्ष से अचानक शनि देव की मूर्ति निकलने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए।

गांव के लोगों का कहना है कि सुबह जब कुछ लोग पूजा-पाठ के लिए पीपल के पेड़ के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वृक्ष की जड़ के बीच से शनिदेव की आकृति उभर आई है। कुछ ही देर में यह खबर गांव-गांव में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ वहां उमड़ पड़ी।गांव ही नहीं, बल्कि आसपास के प्रखंडों जैसे चेहरा कला, हाजीपुर और महनार से भी लोग पहुंचने लगे। खासकर महिलाओं की भारी भीड़ मूर्ति के सामने पूजा-अर्चना और दीप-धूप करने लगी। महिलाएं हाथ जोड़कर शनिदेव से परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की तरक्की और पति की लंबी उम्र की कामना करती देखी गईं।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि दैवीय चमत्कार है। उनका विश्वास है कि शनिदेव ने इस गांव को अपना धाम चुना है। वहीं, कुछ लोग यह भी मानते हैं कि पीपल के पेड़ में मूर्ति का निकलना आने वाले समय में गांव के लिए शुभ संकेत है।मूर्ति निकलने की चर्चा इतनी तेज़ी से फैली कि चेहरा कला प्रखंड के हर गांव से लोग जत्थों में वहां पहुंचने लगे। कोई जल और सरसों का तेल चढ़ा रहा है, तो कोई नारियल और फूल माला लेकर दर्शन कर रहा है।

गांव की महिलाओं का कहना है कि शनिदेव न्याय के देवता हैं, उनकी पूजा से हर संकट टल जाता है और जीवन में सुख-शांति आती है। इसी आस्था के कारण महिलाएं लगातार वृक्ष के चारों ओर परिक्रमा कर रही हैं और भजन-कीर्तन गा रही हैं।ग्रामीणों के अनुसार, पीपल का यह वृक्ष बहुत पुराना है और हमेशा से गांव की धार्मिक आस्था का केंद्र रहा है। अब जब इसमें मूर्ति निकली है, तो लोगों की श्रद्धा और बढ़ गई है। कई लोग इसे अलौकिक चमत्कार बताते हुए यहां मंदिर निर्माण की मांग भी कर रहे हैं।इस घटना ने पूरे इलाके में धार्मिक माहौल बना दिया है। जहां एक ओर ग्रामीण इसे ईश्वरीय कृपा मान रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में लोग दूर-दूर से पहुंचकर इस अद्भुत दृश्य को देखने की कोशिश कर रहे हैं।

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार