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सिंगापुर की टेमासेक ने हल्दीराम के स्नैक्स डिवीजन में 10% हिस्सेदारी खरीदी, FMCG सेक्टर में हलचल

सिंगापुर की टेमासेक का हल्दीराम में 10% हिस्सेदारी खरीदने का यह सौदा FMCG क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत का प्रतीक हो सकता है। इस डील से हल्दीराम को वैश्विक स्तर पर और भी मजबूती मिलेगी, और भारतीय खाद्य उद्योग में निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।

Haldirams
Haldirams- फोटो : Social Media

भारत के सबसे बड़े और लोकप्रिय स्नैक्स ब्रांड हल्दीराम में एक ऐतिहासिक सौदा हुआ है। सिंगापुर की प्रमुख सॉवरेन इन्वेस्टमेंट फर्म टेमासेक ने हल्दीराम के स्नैक्स डिवीजन में 10% हिस्सेदारी खरीदी है। इस डील की कुल कीमत 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,730 करोड़ रुपये) बताई जा रही है। यह सौदा भारत के FMCG (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण लेन-देन में से एक माना जा रहा है।

महीनों की बातचीत के बाद हुआ टेमासेक के साथ समझौता

टेमासेक और हल्दीराम के बीच यह सौदा कई महीनों की बातचीत के बाद फाइनल हुआ। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस डील में टेमासेक ने हल्दीराम के स्नैक्स डिवीजन में 10% हिस्सेदारी खरीदी है, जो भारत के खाद्य उद्योग में टेमासेक की पहली बड़ी प्रवेश को चिह्नित करता है। इससे पहले, ब्लैकस्टोन जैसे अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फंड ने हल्दीराम में 20% हिस्सेदारी के लिए प्रस्ताव दिया था, लेकिन उनका प्रस्ताव कम वैल्यूएशन पर था, जिससे हल्दीराम ने टेमासेक के साथ इस सौदे को अंजाम दिया।

क्या इस डील से हल्दीराम के भविष्य में और बड़ा बदलाव आ सकता है?

बैंकर्स के मुताबिक, हल्दीराम के प्रमोटर्स अगले एक साल के भीतर इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने पर विचार कर रहे हैं। यदि यह आईपीओ लॉन्च होता है, तो यह न केवल हल्दीराम के लिए, बल्कि भारतीय FMCG सेक्टर के लिए भी एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। टेमासेक की भागीदारी हल्दीराम के लिए वैश्विक निवेशकों के विश्वास को बढ़ाएगी और उसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा।

हल्दीराम का स्नैक्स डिवीजन पहले से ही भारतीय बाजार में एक मजबूत पकड़ बना चुका है। लेकिन इस निवेश के बाद, हल्दीराम का विस्तार और भी तेज हो सकता है, खासकर वैश्विक स्तर पर। हल्दीराम के स्नैक्स और खाद्य उत्पाद भारत के बाजार से बाहर भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं, और टेमासेक के निवेश से इस क्षेत्र में और अधिक तेजी देखने को मिल सकती है।

FMCG सेक्टर में इस सौदे का प्रभाव

इस डील से भारत के FMCG सेक्टर में हलचल मच गई है। हल्दीराम का स्नैक्स डिवीजन भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। टेमासेक जैसे बड़े निवेशक का इस कंपनी में विश्वास इस बात का संकेत है कि भारतीय FMCG कंपनियां अब वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। इस निवेश के बाद हल्दीराम के उत्पादन, वितरण और विपणन के ढांचे को और मजबूत किया जाएगा, जिससे यह ब्रांड और भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।

निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर

टेमासेक का यह निवेश न केवल हल्दीराम के लिए, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक शानदार अवसर हो सकता है। हल्दीराम में बड़े निवेशकों का आना और IPO के आस-पास बढ़ती हलचल, यह संकेत देती है कि भविष्य में इस कंपनी के शेयरों में अच्छा मुनाफा हो सकता है। यह भारतीय खाद्य उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि अब यह अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने में सफल हो रहा है।

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