हर साल लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही इस कठिन परीक्षा को पास कर पाते हैं और देश की सेवा करने का सपना पूरा कर पाते हैं। तेलंगाना की डोनुरु अनन्या रेड्डी ने अपने पहले ही प्रयास में यह कमाल कर दिखाया। साल 2023 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया तीसरी रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनीं।
महबूबनगर की रहने वाली अनन्या ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से भूगोल में ग्रेजुएशन किया। हालांकि, उन्होंने यूपीएससी में एंथ्रोपोलॉजी को अपना वैकल्पिक विषय चुना। पढ़ाई के दौरान उन्होंने दिल्ली में किराए के मकान में रहकर तैयारी की। वह रोजाना 12 से 14 घंटे पढ़ाई करती थीं और परीक्षा नजदीक आने पर यह समय बढ़ा देती थीं।
अनन्या ने अपने इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने कोचिंग की मदद जरूर ली, लेकिन उनकी सफलता में सबसे बड़ा योगदान सेल्फ स्टडी और अनुशासन का रहा। उन्होंने परीक्षा के लिखित चरण में 875 अंक और साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण) में 190 अंक प्राप्त किए, जिससे उनके कुल अंक 1065 हो गए और वे शीर्ष 3 में अपनी जगह बनाने में सफल रहीं।
अनन्या रेड्डी का मानना है कि सफलता के लिए न केवल कड़ी मेहनत बल्कि समर्पण, अनुशासन और कभी हार न मानने वाले रवैये की भी आवश्यकता होती है। इसके लिए उन्होंने भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली को अपनी प्रेरणा माना। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "विराट कोहली मेरे पसंदीदा खिलाड़ी हैं। मैंने उनके आत्मविश्वास, अनुशासन और खेल के प्रति समर्पण से बहुत कुछ सीखा है।"
यूपीएससी जैसी परीक्षा की तैयारी के दौरान मानसिक शांति बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। अपनी पढ़ाई को संतुलित रखने के लिए अनन्या ने क्रिकेट देखना और उपन्यास पढ़ना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया। उनका मानना है कि लगातार पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि दिमाग तरोताजा रहे और बेहतर तरीके से सीख सकें।
अनन्या रेड्डी की कहानी यूपीएससी की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने दिखाया है कि सही रणनीति, कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ कोई भी इस कठिन परीक्षा में सफल हो सकता है। उनके अनुसार, "अगर आप ईमानदारी से तैयारी करते हैं और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखते हैं, तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।"