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AURANGABAD : शिक्षा विभाग एक बार फिर लौटा पुराने लय में, रजिस्ट्रेशन फ़ॉर्म भरने के नाम पर छात्रों से की जा रही अवैध वसूली

AURANGABAD :  शिक्षा विभाग एक बार फिर लौटा पुराने लय में, रजिस्ट्रेशन फ़ॉर्म भरने के नाम पर  छात्रों से की जा रही अवैध वसूली

AURANGABAD : 12 वीं क्लास के रजिस्ट्रेशन - फॉर्म अप्लाई करने के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है। यह मामला औरंगाबाद ज़िले के राजकीय कृत इंटर विधालय कुटुंबा की हैं। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विद्यालय प्रबंधन खुलेआम रजिस्ट्रेशन एवं फॉर्म अप्लाई करने के नाम पर सरकार द्वारा निर्धारित राशि से ज्यादा पैसे लिया जा रहा है। शनिवार को रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे अमृत कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर 565 रुपए लिया जा रहा है जबकि सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन के लिए 515 रुपए की राशि निर्धारित की गई है। 

 हर छात्र पर 40-50 रुपए ज्यादा की वसूली

12वीं क्लास के श्याम कुमार ने बताया कि जनरल कैटेगरी में फॉर्म भरने का 1480 रुपया लिया जा रहा है जबकि सरकार द्वारा 1430 रुपए की राशि निर्धारित की गई है। वहीं रितिक कुमार ने बताया कि एससी-एसटी कैटेगरी में फॉर्म भरने का 1220 रुपया लिया जा रहा है और जाति प्रमाण पत्र नहीं रहने के बाद 260 रुपए की राशि अलग से ली जा रही है। जबकि सरकार द्वारा 1170 रुपए की राशि निर्धारित की गई है। छात्रों ने कहा कि सभी बच्चों से ज्यादा राशि ली जा रही है परंतु विद्यालय प्रबंधन द्वारा रिजल्ट में गड़बड़ी किए जाने के भय से पैसों का भुगतान कर दे रहे हैं। 

इधर मामले में विद्यालय के प्रधानाचार्य राम किशोर ने बताया कि चार पन्नों का फॉर्म है जिसे प्रिंट और स्कैन करने के बाद ऑनलाइन अपलोड करना होता है। विद्यालय में ऑनलाइन करने की सुविधा नहीं है, इसलिए छात्रों से 50 रूपए ज्यादा लिए जा रहे हैं।

 विदित हो कि सरकार ने ऑनलाइन चार्ज जोड़कर भुगतान राशि निर्धारित किया है। शैक्षणिक कार्यकाल में प्रधानाचार्य रामकिशोर के ऊपर वित्तीय अनियमितता और नैतिक अधमता के गंभीर आरोप प्रमाणित हो चुके हैं जिसके कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से उनका स्थानांतरण राजकीय कृत इंटर विद्यालय कुटुंबा में किया गया था, लेकिन यहां भी वही खेल जारी है , छात्रों ने जांचो उपरांत कार्रवाई की मांग की है।

REPORT - DINANATH MAUAAR

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