बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा की जा रही तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्तियों का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं हो सका है, जबकि परीक्षाएं संपन्न हुए कई महीने बीत चुके हैं। इस देरी का मुख्य कारण जिलों से रोस्टर क्लियरेंस में हो रही धीमी प्रगति बताई जा रही है। नियमानुसार, 50 प्रतिशत आरक्षण के आधार पर जिलों से रोस्टर क्लियरेंस कराया जाना अनिवार्य है, लेकिन अधिकांश जिलों ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। शिक्षा विभाग द्वारा जिलों को रोस्टर क्लियरेंस के आदेश लगभग दो महीने पहले ही जारी कर दिए गए थे, परंतु अभी तक अधिकांश जिलों ने इसे पूरा नहीं किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अब तक बमुश्किल चार-पांच जिलों ने ही रोस्टर क्लियरेंस कर अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपी है। यही कारण है कि शिक्षक नियुक्तियों का तीसरा चरण अब तक अधर में लटका हुआ है।
रोस्टर क्लियरेंस एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें विभिन्न पदों पर आरक्षण के नियमों के अनुसार नियुक्तियों का निर्धारण किया जाता है। यह प्रक्रिया जिलों के डीएम कार्यालयों द्वारा की जाती है और इसमें प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक की शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए क्लियरेंस प्राप्त किया जाना आवश्यक होता है। हालांकि, ज्यादातर जिलों में रोस्टर क्लियरेंस की गति धीमी है, जिससे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। शिक्षा विभाग ने एक बार फिर सभी जिलों को रोस्टर क्लियरेंस जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है, ताकि नियुक्तियों में हो रही देरी को दूर किया जा सके। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रोस्टर क्लियरेंस पूरा होते ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे, और भर्ती प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
रिजल्ट में हो रही इस देरी के कारण उम्मीदवारों में निराशा और बेचैनी बढ़ती जा रही है। कई परीक्षार्थियों ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर की है और सरकार से जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की है। उम्मीदवारों का कहना है कि महीनों से परिणाम का इंतजार कर रहे हैं और इस देरी से उनका भविष्य अधर में लटक गया है। जबकि परीक्षा के तुरंत बाद परिणाम की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन रोस्टर क्लियरेंस में हो रही देरी ने उनके धैर्य की परीक्षा ले ली है।
शिक्षा विभाग और जिलों के बीच सामंजस्य स्थापित करने की जरूरत है, ताकि रोस्टर क्लियरेंस की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो सके। जैसे ही सभी जिलों से क्लियरेंस प्राप्त हो जाता है, तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्तियों का रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा, जिससे राज्य के हजारों उम्मीदवारों को राहत मिलेगी और शिक्षा क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा।