Eou in action: भागलपुर में ओवरलोड ट्रकों को अवैध रूप से पास कराने वाले माफिया के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम पटना से भागलपुर और नवगछिया पहुँच चुकी है और कई संदिग्धों, जिनमें रंजीत, सुनील, कपिल, पंकज आदि शामिल हैं, के मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जाँच कर रही है।
जांच के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। पासिंग गिरोह के कई सदस्यों को उनके आकाओं ने मोबाइल बंद कर शहर से दूर भेज दिया है। इसके बावजूद, आर्थिक अपराध इकाई टीम को माफिया और उनके आकाओं के बीच हुई बातचीत का पता चल गया है। टीम व्हाट्सएप कॉल और डिलीट किए गए चैट को भी रिकवर कर रही है।
जांच में यह बात सामने आई है कि माफिया के आकाओं ने अपने गुर्गों को शहर से बाहर भेज दिया है, लेकिन आर्थिक अपराध इकाई टीम उनके और आकाओं के बीच हुई बातचीत का पता लगाने में सफल रही है। टीम व्हाट्सएप कॉल और डिलीट किए गए चैट को भी रिकवर कर रही है।
आर्थिक अपराध इकाई की इस कार्रवाई से उन सफेदपोश लोगों में भी हड़कंप मच गया है जो पहले इस अवैध काम में शामिल थे। अब वे खुद ही जांच एजेंसियों से वाहनों की जांच करने और जुर्माना लगाने की अपील कर रहे हैं।
अभी तक की जांच में 350 से ज्यादा ट्रकों के नंबर मिले हैं जिन्हें पास कराने के नाम पर पैसे की अवैध वसूली हो रही थी।