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Ajay Mandal: ये है भागलपुर की पुलिस ,गालीबाज सांसद की एफआईआर पहले, पत्रकारों की शिकायत बाद में दर्ज, घटना के 24 घंटे बाद सफाई

सांसद के आवेदन पर बुधवार को ही पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया, जबकि पत्रकारों के आवेदन पर थानेदार ने गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की।

Ajay Mandal
गालीबाज सांसद - फोटो : social Media

भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र में हवाई अड्डा के मुख्य गेट पर पत्रकारों और सांसद के बीच हुए विवाद के संबंध में एक दिन पहले तक केवल एक पक्ष द्वारा आरोप लगाए जा रहे थे। हालांकि, इस मामले में देर रात दोनों पक्षों द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर प्रतिवादी मामला दर्ज किया गया है। हवाई अड्डा के निकट मुख्य सड़क पर पुलिस की उपस्थिति में पत्रकारों के साथ खुलेआम मारपीट और गाली-गलौज करने वाले जदयू सांसद अजय मंडल के खिलाफ पहले एफआईआर दर्ज की गई। पीड़ित पत्रकार कुणाल शेखर और सुमित कुमार की शिकायत बाद में दर्ज की गई।

पीड़ित पत्रकारों ने 29 जनवरी की रात को आवेदन प्रस्तुत किया था, लेकिन यह आवेदन देर रात 30 तारीख को स्वीकार किया गया। थानेदार ने बुधवार की रात लगभग डेढ़ घंटे तक पीड़ित पक्ष के लोगों को थाने में इंतजार कराया। इसके अलावा, दोनों पीड़ित पत्रकारों का आवेदन एक ही मामले में शामिल किया गया। सांसद के आवेदन पर बुधवार को ही पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया, जबकि पत्रकारों के आवेदन पर थानेदार ने गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की। सांसद ने अपनी हालिया शिकायत में कहा है कि पहले उन्हें बुलाया गया, फिर शाम को जांच अधिकारी को भेजा गया। वहीं, तिलकामांझी थानाध्यक्ष ने गुरुवार की दोपहर पीड़ित पक्ष द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर की जानकारी ली।

दोनों मामलों में एक ही जांच अधिकारी सांसद और पीड़ित पत्रकारों की ओर से तिलकामांझी थाने में प्राथमिकी की जांच करेंगे।  इसके लिए राजेश्वर सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस स्थिति में यह प्रश्न उठता है कि जांच अधिकारी किसे पीड़ित मानकर मामले की जांच करेंगे।

केस के बाद सांसद ने सफाई देते हुए बताया कि उनके गार्ड का हथियार छीनने का प्रयास भी किया गया। एसएसपी हृदय कांत ने बताया कि आवेदन बुधवार की रात 11 बजे तक थाने में नहीं आया था। मैंने इस मामले में थानेदार को स्पष्ट निर्देश दिए थे। जांच में सभी तथ्य सामने आ जाएंगे। वीडियो को भी अनुसंधान में सबूत के रूप में देखा जाएगा। बता दें सांसद अजय मंडल ने घटना के बाद मीडिया को दिए गए बयान में हथियार छीनने के प्रयास का उल्लेख नहीं किया था। उन्होंने स्वयं कहा था कि, मेरी गाड़ी को ठक-ठक किया गया। जब मेरे गार्ड ने उतरकर पूछा तो हल्की धक्कामुक्की हुई। सांसद ने बुधवार को यह भी कहा था कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज भी हुई।


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