Bihar Crime: 72 घंटे में दोहरे कत्ल का पर्दाफाश, इश्क के खूनी खेल में पिता–पुत्र की चढ़ी थी बलि, दोस्त ने ऐसे बुना था कातिलाना जाल
Bihar Crime:लाशों के पास मोटरसाइकिल खड़ी मिली जिसमें चाबी लगी हुई, जैसे कोई जल्दबाज़ी में भागा हो। पास ही एक जिंदा कारतूस और ब्लेड बरामद हुआ,...
Bihar Crime:लाशों के पास मोटरसाइकिल खड़ी मिली जिसमें चाबी लगी हुई, जैसे कोई जल्दबाज़ी में भागा हो। पास ही एक जिंदा कारतूस और ब्लेड बरामद हुआ, जो इस क़त्ल की सुर्ख़ बयानगाह थी। एफएसएल टीम की शुरुआती जाँच में साफ़ हो गया दोनों की बेधड़क गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, आरा भेजकर तफ्तीश को तेज़ कर दिया। मृतक के बड़े पुत्र हिमांशु के बयान पर अज्ञात क़ातिलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और मामला आरा मुफ़्फ़सिल थाना कांड संख्या 299/25 में रजिस्टर किया गया।
दरअसल भोजपुर ज़िले का शांत सवेरा शुक्रवार की सुबह ख़ूनी दास्तान में बदल गया। आरा मुफ़्फ़सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव की सुनसान ग्रामीण सड़क पर दो लाशें पड़ा देखकर गांव वालों की रगों में खून जम गया। सुबह करीब 7 बजे पुलिस को सूचना मिली कि सड़क किनारे दो संदिग्ध शव पड़े हैं। थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे तो पूरा इलाका दहशत के साए में था। मृतकों की पहचान प्रमोद महतो और उनके 15 वर्षीय बेटे प्रियांशु कुमार, निवासी—ग्राम पियनिया, थाना उदवंतनगर, के रूप में हुई।
क़त्ल की गुत्थी आसान नहीं थी, इसलिए पुलिस अधीक्षक भोजपुर ने एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गठित की। मोबाइल सर्विलांस, तकनीकी इनपुट और मुख़बिरों की सूचना पर 72 घंटे के भीतर पुलिस ने दो गुनहगारों को दबोच लिया द्वारिका शर्मा (ग्राम बहीरो, थाना नवादा) और सुरज कुमार (ग्राम कारीसाथ, थाना गजराजगंज ओपी)। दोनों के पास से तीन मोबाइल बरामद किए गए, जो सुराग की कड़ियाँ जोड़ने वाले सबूत साबित हुए।
जांच में खौफ़नाक मोड़ सामने आया यह कोई गैंगवार या पुराना रंजिश नहीं था, बल्कि इश्क़ का इम्तिहान, जो खूनी अंजाम तक पहुँच गया। खुलासा हुआ कि द्वारिका शर्मा का प्रेम-प्रसंग, प्रमोद महतो की पत्नी के साथ चल रहा था। दो परिवारों में दस साल से दोस्ताना आना-जाना था उसी भरोसे को ज़हर बनाकर द्वारिका ने कातिलाना साज़िश रची।
मामले में यह भी सामने आया कि दोहरे क़त्ल की सुपारी दी गई थी। सुरज कुमार को हत्या के एवज़ में चार लाख रुपए तय, जिसमें से एक लाख एडवांस दिया गया। सुरज खुद कोई नया खिलाड़ी नहीं उसका आपराधिक रिकॉर्ड पहले से गंदा था।
भरोसे की आड़, इश्क़ की आग और पैसे की चाल ने एक पिता और मासूम बेटे की जान ले ली। पुलिस अब शेष अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी कर रही है, ताकि इस ख़ूनी ड्रामे का हर किरदार सलाखों के पीछे पहुँचे।
रिपोर्ट- आशीष कुमार