Bihar Crime: किराए के मकान में रहस्यमयी मौत! युवक का शव फांसी पर लटका मिला, मोबाइल खोलेगा मौत का राज?
Bihar Crime: एक युवक का शव उसके किराए के मकान में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला है। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।

Bihar Crime: औरंगाबाद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक युवक का शव उसके किराए के मकान में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला है। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतक की पहचान दीपू कुमार उर्फ छोटू के रूप में की गई है, जो मदनपुर प्रखंड के सलैया थाना क्षेत्र के बेरी टोले बरई बिगहा गांव का रहने वाला था।
अकेला रहता था दीपू, मोबाइल कवर का करता था व्यवसाय
दीपू कुमार वार्ड नंबर पांच में नागा बिगहा रोड स्थित एक किराए के मकान में अकेला रहता था और मोबाइल कवर बेचने का काम करता था। उसके पिता ने बताया कि वे 16 मई को अपने बेटे से मिलने आए थे, लेकिन उसके बाद से उनकी कोई बात नहीं हुई। जब दीपू ने कई दिनों तक फोन नहीं उठाया, तो उनके मन में कई तरह की आशंकाएं होने लगीं।
पिता ने भाजपा नेता से मांगी मदद, तब खुला राज
अपनी आशंकाओं को लेकर दीपू के पिता ने भाजपा नेता सह पूर्व जिला पार्षद प्रफुल्ल सिंह से संपर्क किया। उन्होंने सिंह को बताया कि दीपू फोन नहीं उठा रहा है और उसका पता लगाने का आग्रह किया। प्रफुल्ल सिंह के निर्देश पर उनके ड्राइवर और बेटे दीपू के कमरे के पास पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़ दिया गया। दरवाजा तोड़ते ही सभी सन्न रह गए, क्योंकि दीपू फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला।
पुलिस ने कब्जे में लिया शव, FSL टीम भी मौके पर
घटना की सूचना तुरंत औरंगाबाद पुलिस को दी गई। पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस को घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन बरामद हुआ है। पुलिस का मानना है कि दीपू की मौत के असली कारणों का पता उसके मोबाइल के कॉल डिटेल्स से ही चल पाएगा। वहीं, मौके पर पहुंची एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने भी घटना के साक्ष्य जुटाने का काम शुरू कर दिया है। पुलिस अब मृतक के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स का गहन विश्लेषण कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि दीपू ने अपने आखिरी दिनों में किन लोगों से बात की थी। इसके अलावा, पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है, जिससे घटना के बारे में अधिक जानकारी मिल सके और मौत की गुत्थी सुलझाई जा सके।
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर