Bihar Crime: बिहार में 'बड़ी चोरी', व्यवसायी' के घर से '75 लाख के 'जेवरात' और नकदी 'गायब', चोरों ने की फायरिंग
Bihar Crime: चोरों' ने 'घर' में 'घुसकर' करीब 'आधा किलो सोना', 'अन्य कीमती जेवरात' और 'लगभग' 4.5 लाख रुपये 'नकद' 'चोरी' कर लिए। ...

Bihar Crime: 'बांका ज़िले' के 'बाराहाट थाना क्षेत्र' के 'मुख्य बाज़ार' में 'स्थित' 'व्यवसायी' ओमप्रकाश चौधरी के 'घर' एक 'बड़ी चोरी' की 'घटना' सामने आई है। कुछ 'अज्ञात चोर' 'छत' के 'रास्ते' 'घर' में 'घुसे' और 'लाखों' की 'संपत्ति' लेकर 'फरार' हो गए। इस 'वारदात' ने 'इलाके' में 'दहशत' का 'माहौल' पैदा कर दिया है।घटना बीती रात की है।
'आधा किलो सोना' और 'लाखों' की 'नकदी' ले उड़े 'चोर'
'जानकारी' के 'मुताबिक', 'चोरों' ने 'घर' में 'घुसकर' करीब 'आधा किलो सोना', 'अन्य कीमती जेवरात' और 'लगभग' 4.5 लाख रुपये 'नकद' 'चोरी' कर लिए। 'चोरी' की गई 'कुल संपत्ति' की 'अनुमानित' 'कीमत' 75 लाख रुपये 'बताई' जा रही है। 'घटना' के 'दौरान' जब 'परिजनों' की 'नींद' 'खुली' और 'उन्होंने' 'शोर' 'मचाया', तो 'अपराधी' 'भागने' लगे। इसी 'दौरान' 'व्यवसायी' के 'पुत्र' ने 'चोरों' का 'पीछा' किया, जिस पर 'जवाब' में 'चोरों' ने 'दो राउंड फायरिंग' भी की और 'अंधेरे' का 'फ़ायदा' उठाकर 'मौके' से 'फरार' हो गए।
'एसपी' और 'एसडीपीओ' ने लिया 'जायज़ा', 'वैज्ञानिक तकनीक' से 'जांच' जारी
'घटना' की 'सूचना' मिलते ही 'बाराहाट थाना पुलिस' 'सक्रिय' हुई और 'मौके' पर 'पहुँचकर' 'जांच' 'शुरू' की। 'मामले' की 'गंभीरता' को 'देखते' हुए 'एसपी' उपेन्द्रनाथ वर्मा और 'बौंसी एसडीपीओ' ने भी 'घटनास्थल' पर 'पहुँचकर' 'गहन निरीक्षण' किया। 'पुलिस' ने 'पीड़ित' 'परिजनों' के 'बयान' के 'आधार' पर 'मामला' दर्ज कर लिया है। 'एसपी' उपेन्द्रनाथ वर्मा ने 'बताया' कि 'जल्द ही' 'अपराधियों' को 'गिरफ्तार' किया जाएगा। 'वहीं', 'फॉरेंसिक टीम' और 'तकनीकी विशेषज्ञों' की 'मदद' से 'घटनास्थल' की 'बारीकी' से 'जांच' की जा रही है, ताकि 'कोई सुराग' मिल सके।
'व्यवसायी' वर्ग में 'दहशत', 'सुरक्षा' 'बढ़ाने' की 'मांग'
'यह' पहला 'मामला' नहीं है कि 'इस व्यवसायी' 'परिवार' को 'निशाना' बनाया गया है। 'व्यवसायी' ओमप्रकाश चौधरी के 'भाई' रमेश चौधरी के 'घर' भी दो 'वर्ष' पूर्व 'दिनदहाड़े' 'हथियारबंद अपराधियों' ने 'लूट' की 'वारदात' को 'अंजाम' दिया था, जिसमें 'झोले' में 'भरे लाखों रुपये' के 'जेवरात' 'लूट' लिए गए थे। 'व्यवसायिक क्षेत्र' में 'लगातार' हो रही 'इस तरह' की 'वारदात' से 'स्थानीय व्यापारियों' में 'दहशत' का 'माहौल' है। 'लोगों' ने 'प्रशासन' से 'सुरक्षा' 'व्यवस्था' 'मजबूत' करने की 'मांग' की है, ताकि 'वे' 'निश्चिंत' होकर 'अपना कारोबार' कर सकें।
चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट