सुहागरात से पहले 'गहने लूटो, निकल लो', 'मासूम' सी दिखने वाली 'लूटेरी दुल्हन' के माता-पिता करवाते थे अनोखी रस्म

'मासूम' सूरत वाली काजल की गिरफ्तारी में उस समय मेंहदी लगी हाथ दिखे, सोशल मीडिया पर उसकी मासूमियत भरी तस्वीरें वायरल हैं. अब पुलिस सभी आरोपितों से पूछताछ कर रही है.

सुहागरात से पहले 'गहने लूटो, निकल लो', 'मासूम' सी दिखने वाली
सुहागरात से पहले 'गहने लूटो, निकल लो', 'मासूम' सी दिखने वाली 'लूटेरी दुल्हन'- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: शादी के नाम पर कई परिवारों को ठगने वाले एक संगठित गिरोह की मास्टरमाइंड काजल को आखिरकार राजस्थान पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। मथुरा की रहने वाली इस "लूटेरी दुल्हन" पर आरोप है कि वह दूल्हों को फंसाकर शादी करती थी और सुहागरात से पहले गहने, कैश और कपड़े लेकर अपने पूरे परिवार के साथ गायब हो जाती थी।

गिरफ्तारी के वक्त हाथों में लगी थी मेहंदी

काजल की गिरफ्तारी के दौरान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं, जिसमें वह मेहंदी लगे हाथों के साथ बेफिक्र मुस्कुराती हुई नज़र आ रही है। उसकी 'मासूम' सूरत और बेफिक्री देखकर लोग हैरान हैं और सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं, जैसे: “इतनी मासूम शक्ल में इतनी बड़ी ठग!” और “नेटफ्लिक्स को इस पर वेब सीरीज़ बनानी चाहिए।”

ऐसे काम करता था 'लूटेरी दुल्हन' का गिरोह

इस ठग गिरोह में काजल के साथ उसके माता-पिता और भाई-बहन भी शामिल थे।पिता भगत सिंह, मां सरोज देवी, बहन तमन्ना और भाई सूरज।गिरोह का मुख्य काम दूल्हे के परिवार को धार्मिक रस्मों और कर्मकांडों में उलझाए रखना था, ताकि दूल्हा-दुल्हन के बीच शारीरिक संबंध न बन सकें। शादी के तीसरे दिन, दोनों बहनें (काजल और तमन्ना), माता-पिता और भाई पूरे गहने, नकदी और कपड़े लेकर फरार हो जाते थे।

कैसे हुआ खुलासा?

राजस्थान के सीकर जिले के ताराचंद जाट ने शिकायत दर्ज कराई थी। ताराचंद को जयपुर में भगत सिंह मिला, जिसने ताराचंद के दोनों बेटों की शादी अपनी बेटियों (काजल और तमन्ना) से कराने का प्रस्ताव रखा। भगत सिंह ने शादी की तैयारियों के बहाने ताराचंद से ₹11 लाख ऐंठ लिए।21 मई 2024 को शादी हुई, लेकिन तीसरे दिन दोनों नवविवाहित बहनों समेत पूरा परिवार गहने और नकदी लेकर खाचरियावास के गेस्ट हाउस से फरार हो गया।

परिवार पहले ही पकड़ा गया, काजल एक साल तक रही फरार

राजस्थान पुलिस ने 18 दिसंबर 2024 को काजल के माता-पिता (भगत सिंह और सरोज देवी) को मथुरा से गिरफ्तार किया। बाद में भाई सूरज और बहन तमन्ना भी पकड़े गए।काजल लगभग एक साल तक लगातार मोबाइल सिम बदलकर और लोकेशन ट्रैकिंग से बचकर पुलिस को चकमा देती रही। लंबी छानबीन के बाद, पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर काजल को गुरुग्राम के सेक्टर-37 में एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया।

पुलिस अब काजल को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है, क्योंकि इस गिरोह के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में केस दर्ज हैं।