Bihar Crime: सरकारी आवास में नाबालिग लड़के के साथ यौन शोषण, चपरासी मो. अब्दुल मजिद गिरफ्तार!
Bihar Crime: सरकारी आवास में एक नाबालिग लड़के के साथ यौन शोषण का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है।

Bihar Crime: बेगूसराय के नगर थाना क्षेत्र में PHED सरकारी आवास में एक नाबालिग लड़के के साथ यौन शोषण का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी चपरासी मो. अब्दुल मजिद को गिरफ्तार कर लिया। इस घिनौने अपराध ने स्थानीय लोगों में आक्रोश और सदमे की लहर पैदा कर दी है।
6 मई 2025 को दोपहर में नगर थाना को सूचना मिली कि PHED सरकारी आवास में एक नाबालिग लड़के के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई है। पीड़ित के परिजनों ने बताया कि PHED में चपरासी के पद पर कार्यरत 52 वर्षीय मो. अब्दुल मजिद ने उनके नाबालिग बेटे को बहला-फुसलाकर अपने सरकारी आवास में ले गया और वहां उसके साथ यौन शोषण किया। परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस और सशस्त्र बल तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
नगर थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़ित नाबालिग से पूछताछ की और आरोपी मो. अब्दुल मजिद को हिरासत में लिया। घटनास्थल की गहन जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम को बुलाया गया। पीड़ित और आरोपी दोनों का मेडिकल परीक्षण बेगूसराय के सदर अस्पताल में कराया गया, जिसके आधार पर प्रारंभिक सबूत जुटाए गए। पुलिस ने आसपास के लोगों और परिजनों से भी पूछताछ कर मामले की तह तक जाने की कोशिश की।
पुलिस ने इस मामले में नगर थाना कांड संख्या 181/25, दिनांक 06.05.25 दर्ज किया है। आरोपी मो. अब्दुल मजिद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(2) (बच्चों के प्रति क्रूरता), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना), 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 198 (सार्वजनिक शांति भंग करने की साजिश), 199 (आपराधिक साजिश) और पॉक्सो एक्ट की धारा 4 (प्रवेशक यौन हमले की सजा) और 6 (उग्र प्रवेशक यौन हमले की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
गिरफ्तार आरोपी मो. अब्दुल मजिद की उम्र करीब 52 वर्ष है। वह मूल रूप से करबला, थाना फुलवारीशरीफ, जिला पटना का निवासी है। वर्तमान में वह बेगूसराय के नगर थाना क्षेत्र में PHED सरकारी आवास में रह रहा था और वहां चपरासी के पद पर कार्यरत था। पुलिस ने उसकी पृष्ठभूमि और आपराधिक इतिहास की जांच शुरू कर दी है।
इस घटना ने बेगूसराय में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी आवास जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर इस तरह की वारदात ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
रिपोर्ट- अजय शास्त्री