Police Attack: पुलिस पर 'पत्थरों की बौछार', तस्करों की बस्ती में हंगामा, 3 पुलिसकर्मी घायल
Police Attack: एक बार फिर कानून और अपराध की जंग सड़कों पर नजर आई।तस्करों की महिलाओं ने पत्थरबाजी कर हंगामा मचा दिया है।

Police Attack: कानून और अपराध की जंग अब सड़कों पर खुलेआम लड़ी जा रही है! रविवार शाम को ललमटिया पुलिस पर पासी टोला में शराब तस्करों की महिलाओं ने पत्थरबाजी कर हंगामा मचा दिया। पत्थरों की बौछार में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जबकि कई अन्य को मामूली चोटें आईं। यह नजारा किसी युद्धक्षेत्र से कम नहीं था, जहां कानून को कुचलने की कोशिश की गई।इ भागलपुर की सड़कों पर यह सिलसिला अब आम होता जा रहा है, जहां कानून के रखवाले अपराधियों के निशाने पर हैं।
भागलपुर के ललमटिया थाना क्षेत्र में रविवार रात एक बार फिर कानून और अपराध की जंग सड़कों पर नजर आई। पासी टोला में अवैध शराब की बरामदगी के लिए छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम पर शराब तस्करों और उनके समर्थकों ने हमला बोल दिया। पत्थरबाजी की इस हिंसक वारदात में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जबकि आधा दर्जन अन्य को मामूली चोटें आईं।
छापेमारी से शुरू हुआ हंगामा
ललमटिया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पासी टोला में अवैध शराब का कारोबार जोरों पर है। इसके आधार पर पुलिस ने रविवार शाम सात बजे छापेमारी शुरू की। एक शराब तस्कर के घर से 20 लीटर देसी शराब बरामद की गई, और तस्कर को हिरासत में लेने की कोशिश की गई। लेकिन यह कार्रवाई तस्करों को रास नहीं आई। देखते ही देखते आसपास के घरों से महिलाएं और कुछ पुरुष इकट्ठा हो गए। अचानक भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसने छापेमारी को हिंसक मोड़ दे दिया। पत्थरों की बारिश में पुलिसकर्मी बचाव की कोशिश करते नजर आए, लेकिन तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से चोटिल हो गए।
पुलिस का त्वरित एक्शन: पासी टोला बना पुलिस छावनी
पत्थरबाजी की खबर मिलते ही नाथनगर पुलिस और सिटी डीएसपी (टाउन II) राकेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके को घेर लिया गया, और पासी टोला रातों-रात पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 10 लोगों, जिनमें महिलाएं और पुरुष शामिल थे, को हिरासत में लिया। डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि शराब तस्करी से जुड़े लोग छापेमारी का विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा, "10 लोगों को हिरासत में लिया गया है, और मामले की जांच चल रही है। स्थिति अब नियंत्रण में है।"
पासी टोला: शराब तस्करी का गढ़
पासी टोला में शराब तस्करी कोई नई बात नहीं है। यह इलाका पहले भी कई बार अवैध शराब बरामदगी की सुर्खियों में रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब का धंधा यहां संगठित तरीके से चलता है, और तस्करों को स्थानीय समर्थन भी मिलता है। इस बार महिलाओं की अगुआई में हुई पत्थरबाजी ने साफ कर दिया कि तस्कर अब कानून को खुली चुनौती देने से नहीं डरते। यह घटना बिहार में शराबबंदी की हकीकत पर भी सवाल उठाती है, जहां 2016 से लागू शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है।
रिपोर्ट - अंजनी कुमार कश्यप