Bihar Crime: ठगी का हाई-प्रोफाइल खेल, अमित शाह का फर्जी PA बनकर ऐसे रची गई थी सांसद से लाखों ऐंठने की साज़िश , बिहार पुलिस ने यूपी के दो इंटरनेशनल ठग को दबोचा

Bihar Crime:एक ऐसा हाई-प्रोफाइल ठगी कांड सामने आया है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।

Amit Shah s fake PA
अमित शाह का फर्जी PA बनकर सांसद से लाखों ऐंठने की साज़िश- फोटो : reporter

Bihar Crime:एक ऐसा हाई-प्रोफाइल ठगी कांड सामने आया है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का निजी सचिव (PA) बताकर कुछ ठगों ने भागलपुर के सांसद अजय मंडल से लाखों रुपये की मांग की। मामला संदिग्ध लगा तो सांसद ने किसी बड़े खेल को भांपते हुए तुरंत इसकी सूचना रंगरा थाना प्रभारी विश्वबंधु कुमार को दी। यही सतर्कता ठगों के लिए काल साबित हुई।

 भागलपुर पुलिस ने बेहद प्लानिंग के साथ जाल बिछाया। सप्ताह भर से मोबाइल नंबर 7285862388 से सांसद को कॉल कर रहे ठग ने शनिवार शाम हिमांशु पेट्रोल पंप पर पैसे लेने आने की बात कही। पुलिस पहले से ही तैयार थी। करीब 5 बजे जैसे ही दो युवक पैसे लेने पहुंचे, टीम ने उन्हें रंगे हाथों धर दबोचा।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राज कुमार पांडे और रवि पांडे के रूप में हुई है, दोनों उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। पुलिस का कहना है कि यह कोई साधारण ठगी नहीं, बल्कि एक इंटरनेशनल फ्रॉड नेटवर्क है, जो कई बड़े नेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों को निशाना बना चुका है।

थाना प्रभारी विश्वबंधु कुमार ने बताया कि सांसद की टाइमिंग और सतर्कता के कारण एक बड़ा गिरोह बेनकाब हुआ। अब पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि उनका नेटवर्क किन-किन राज्यों या देशों तक फैला है और उन्होंने पहले किन लोगों को ठगा है।

आरोपियों के मोबाइल फोन, कॉल रिकॉर्ड और बैंक लेनदेन की जांच की जा रही है, ताकि गिरोह के और सदस्यों तक पहुंचा जा सके। सांसद अजय मंडल ने थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

घटना के बाद इलाके में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। लोगों का कहना है कि अगर सांसद समय रहते पुलिस को सूचना न देते, तो यह गिरोह किसी और को भी अपना शिकार बना सकता था। स्थानीय लोगों ने पुलिस की फुर्ती और सांसद की समझदारी की सराहना की है।भागलपुर की यह कार्रवाई एक बार फिर दिखाती है कि फर्जी पहचान का खेल चाहे कितना बड़ा क्यों न हो, कानून की पकड़ से बचना नामुमकिन है।

रिपोर्ट- बालमुकुंद शर्मा