BETTIAH - बिहार में सरकारी कर्मचारियों को नौकरी पर ज्वाइन कराने से पहले शपथ पत्र लिया जाता है कि वह दहेज नहीं लेंगे। लेकिन इस शपथ पत्र का कितना महत्व होता है। यह बेतिया में एक विवाहिता की हत्या से समझा जा सकता है। हत्या किसी और ने नहीं, उसी के आवास सहायक पति ने अपने परिवार के साथ मिलकर की है। बताया गया कि वह दहेज में मिले पैसे से संतुष्ट नहीं था और पत्नी के परिवार पर और पैसे-बुलेट के लिए दबाव दे रहा था।
बैरिया थाना क्षेत्र का है मामला
मामला जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के खिरिया घाट की है। जहां 24 वर्षीय सलोनी सिंह की मौत के बाद परिजनों ने दहेज हत्या का गंभीर आरोप ससुराल वालों पर लगाया है। परिजनों ने दावा किया है कि होली के दिन उसके पति ने गला घोंटकर हत्या कर दी।
दो साल पहले हुई थी शादी
मृतका के पिता विजय बहादुर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी की शादी वर्ष 2022 में बिट्टू कुमार सिंह (28) से हुई थी, जो योगपट्टी ब्लॉक में ग्रामीण आवास सहायक के पद पर कार्यरत है। परिजनों के मुताबिक, शादी के समय दहेज में 10 लाख रुपये दिए गए थे।
दहेज में और मांगे दस लाख रुपए
लेकिन शादी के एक साल बाद ही पति और ससुराल वाले अतिरिक्त 10 लाख और एक बुलेट बाइक की मांग करने लगे। जब यह मांग पूरी नहीं हो सकी तो सलोनी पर मानसिक और शारीरिक अत्याचार शुरू हो गया। घटना वाले दिन विजय बहादुर सिंह खुद बेटी को लेने उसके ससुराल पहुंचे। जहां उन्होंने सलोनी का शव बेड पर पड़ा देखा और आरोपी पति को मौके से भागते हुए पकड़ लिया। लोनी के गले पर गला दबाने के स्पष्ट निशान मिले हैं। मृतका के साथ उसकी दो साल की बेटी भी घर में मौजूद थी, जो घटना के वक्त दूसरे कमरे में सो रही थी।
पुलिस ने पति को किया गिरफ्तार
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर पति बिट्टू कुमार सिंह को हिरासत में ले लिया है। वहीं, ससुराल के अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए। शव को कब्जे में लेकर जीएमसीएच बेतिया भेजा गया है, जहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।