PATNA - राजधानी में एक युवक के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है, जिस मामले में पटना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक को सकुशल बरामद कर लिया है। मामला पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र स्थित का है जहां बीते 23 जनवरी को एक युवक सतेन्द्र तिवारी के अपहरण की लिखित शिकायत पीड़ित के परिजन द्वारा थाने मे दर्ज कराया गया था।
मामला अपहरण से जुड़ा होने की संभावना से कदमकुआं थाना पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच शुरू की। जांच के क्रम में थाना पुलिस ने परिजनों से पूरी जानकारी ली जिसमें बताया गया कि लापता सत्येंद्र तिवारी सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा दे चुका है। उसका शारीरिक दक्षता परीक्षा होना बाकी था, जिस दरम्यान पीड़ित सतेंद्र तिवारी लापता हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित परिवार कदमकुआं थाना क्षेत्र इलाके में किराए के मकान में रहते है पिता माध्यम वर्गीय परिवार से हैं। बीते 23 जनवरी को सतेंद्र तिवारी अपने घर से बिना कुछ बोले घर से निकला था और रात तक घर वापसी नहीं होने पर घर के लोगों ने थाने पहुंच लिखित आवेदन दिया था। हालांकि तीन दिनों तक इस मामले में लापता की खोजबीन में जुटी पुलिस को तब राहत मिली जब लापता हुए सतेंद्र तिवारी के पिता ने पुलिस को फोन पर ये जानकारी दी कि सतेंद्र तिवारी घर आ रहा है।
दरअसल सतेंद्र तिवारी ने बड़ी चालाकी से अपने अपहरण और गायब होने का पूरा नाटक तैयार किया।
सतेंद्र तिवारी से पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो मामले का पूरा खुलासा हुआ है। सतेंद्र तिवारी ने पुलिस को बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा के फिजिकल टेस्ट से बचने के लिए वो घर से निकला और पटना में दिनभर इधर उधर घूमता रहा। जिसके बाद सतेंद्र तिवारी ट्रेन से पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पहुंच वहां से कुंभ मेले में चल गया। जिसके बाद समय काट सतेंद्र तिवारी पटना लौट आया। हालांकि पुलिस सतेंद्र तिवारी से पूछताछ कर रही है।ऐसे में आनन फानन में पिता द्वारा अपरहण की जानकारी देना भी पुलिस को गुमराह करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट