Bihar Crime: स्वास्थ्य विभाग को लेकर आए दिन कहीं न कहीं से होश फाख्ता करने वाली खबर सामने आ हीं जाती है. ताजा मामला नवादा से हैं. सोमवार की देर रात नवादा के सिविल सर्जन नीता अग्रवाल ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया है. जहां निरीक्षण के दौरान कई सिक्योरिटी गार्ड गायब पाए गए. इसके बाद सिविल सर्जन आग बबूला हो गई है. सिविल सर्जन ने जब जांच शुरू किया तो पता चला कि 23 में से 13 सिक्योरिटी गार्ड ड्यूटी से गायब है. इसके बाद कंपनी के खिलाफ सिविल सर्जन ने कार्रवाई करने की बात कही है. सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि लगभग ₹14000 प्रतिमा सभी गार्ड को दी जाती है लेकिन ड्यूटी में उपस्थित सिक्योरिटी गार्ड के द्वारा सिविल सर्जन को बताया गया कि मात्रा 5 हजार रुपए ही प्रति माह हम लोगों को दिया जाता है और 1 हजार रुपए पीएफ के नाम पर कहा जाता है.
इसके बाद यह बात सुनकर सिविल सर्जन का भी होश उड़ गया है. सिक्योरिटी गार्ड के नाम पर सदर अस्पताल में लगभग 55 सिक्योरिटी गार्ड की बहाली की गई है. जिन लोगों की अलग-अलग समय पर ड्यूटी है लेकिन अब ऐसा लगता है कि कुछ लोग जो ड्यूटी नहीं भी आते उनके नाम पर भी बड़े पैमाने पर रुपया उठाया जा रहा है.
मामला का उजागर होने के बाद अब लोगों के होश उड़ गए हैं. सिविल सर्जन ने इस मामला पर जांच शुरू कर दी और क्यों नहीं सिक्योरिटी गार्ड के खाता में पैसा जाता है इसकी भी जांच की जाएगी. एलिट फाल्कन सिक्योरिटी गार्ड कंपनी का बड़ा घोटाला का हुआ उजागर हो रहा है. जहां सिक्योरिटी गार्ड के द्वारा भी इस बात को स्वीकार कर लिया गया और सिक्योरिटी गार्ड ने हीं घोटाला का पूरा उजागर कर दिया है.रात के 12:00 अचानक अस्पताल का निरीक्षण की है. यहां बाहरी एंबुलेंस लगाने पर भी गार्ड को जमकर फटकार लगाई है.
रिपोर्ट- अमन कुमार