Delhi Crime: दिल्ली में UPSC छात्र की खौफनाक हत्या!हत्या की कहानी, जो क्राइम वेब सीरीज़ जैसी निकली, सिलेंडर ब्लास्ट’निकला मर्डर प्लान

Delhi Crime: दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे छात्र राम कृष्ण मीणा की मौत पहले सिलेंडर ब्लास्ट मानी गई, लेकिन फॉरेंसिक स्टूडेंट अमृता चौहान ने इसे योजनाबद्ध हत्या के रूप में अंजाम दिया। पढ़िए पूरी साजिश की कहानी।

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UPSC छात्र की खौफनाक हत्या- फोटो : social media

Delhi Crime: दिल्ली के मुखर्जी नगर में UPSC की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय राम कृष्ण मीणा की मौत ने पूरे शहर को हिला दिया है। पहले इसे सिलेंडर ब्लास्ट हादसा माना गया था, लेकिन जब पुलिस ने परतें खोलीं तो सामने आई एक साजिश, जो किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं थी।इस हत्याकांड की मुख्य आरोपी है अमृता चौहान, जो फॉरेंसिक साइंस की छात्रा थी और राम कृष्ण मीणा की लिव-इन पार्टनर भी।पहली नज़र में हादसा दिखने वाली यह घटना दरअसल “सोची-समझी हत्या” थी, जिसमें गैस सिलेंडर को हथियार बनाया गया।

कैसे हुआ प्रेम से हत्या तक का सफर

अमृता चौहान उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली थी।वह फॉरेंसिक की पढ़ाई कर रही थी और इसी दौरान उसकी मुलाकात UPSC अभ्यर्थी राम कृष्ण मीणा से हुई।दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे,लेकिन कुछ समय बाद रिश्ते में कड़वाहट आने लगी। अमृता को पता चला कि राम कृष्ण ने उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो अपने लैपटॉप और हार्ड डिस्क में रखे हैं, जब उसने उन्हें डिलीट करने की मांग की तो राम कृष्ण ने इंकार कर दिया और यहां तक कि उसे वायरल करने की धमकी दी। बस यहीं से इस रिश्ते का अंत शुरू हो गया अमृता ने हत्या की साजिश रच ली।

पहले गला घोंटा, फिर घी-तेल छिड़ककर सिलेंडर ब्लास्ट किया

अमृता ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और उसके दोस्त संदीप कुमार के साथ मिलकर हत्या की पूरी योजना बनाई। सुमित गैस डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम करता था, इसलिए उसे पता था कि सिलेंडर विस्फोट कैसे और कब होगा। योजना के मुताबिक 6 अक्टूबर की रात तीनों ने राम कृष्ण का गला घोंटकर हत्या कर दी।फिर शव पर घी और तेल छिड़का, ताकि आग तेजी से फैले। इसके बाद सिलेंडर का रेगुलेटर खोला और उसे शव के सिर के पास रखा। दरवाज़े की जाली काटकर बाहर निकले, और अंदर से कुंडी बंद कर दी — ताकि सबको लगे कि व्यक्ति अंदर फंसा था। करीब एक घंटे बाद हुआ जोरदार ब्लास्ट, जिससे राम कृष्ण मीणा की मौत आग में जलकर हुई लगने लगी। पुलिस और पड़ोसी दोनों को यह एक दुर्घटना ही लगी।

सबूत मिटाने का फुल-प्रूफ फॉरेंसिक प्लान

अमृता फॉरेंसिक की छात्रा थी, इसलिए उसे क्राइम सीन मैनेजमेंट और सबूतों को छिपाने की तकनीक की अच्छी जानकारी थी। वह क्राइम थ्रिलर सीरीज़ की शौकीन भी थी, जिससे उसने कई आइडियाज लिए। उसने सोचा कि सिलेंडर ब्लास्ट में न सिर्फ शव जल जाएगा, बल्कि सारे सबूत — जैसे उंगलियों के निशान, खून के दाग, डीएनए आदि — नष्ट हो जाएंगे, लेकिन जैसा कि हर अपराध में होता है, एक गलती ने पूरी साजिश खोल दी।

CCTV फुटेज ने खोला पूरा राज़

पुलिस को शुरुआत में लगा कि यह गैस लीक का मामला है,लेकिन घटना स्थल के पास लगे CCTV कैमरे ने कहानी की दिशा बदल दी। वीडियो में देखा गया कि ब्लास्ट से ठीक पहले चेहरा ढंके दो लोग और एक लड़की घर से बाहर निकलते हैं। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी निगरानी (Technical Surveillance) शुरू की और तीनों के मोबाइल लोकेशन ब्लास्ट से कुछ मिनट पहले तक एक ही जगह पाई गई। इससे पुलिस को पक्का शक हुआ कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि योजनाबद्ध हत्या है।

पुलिस ने किया खुलासा-प्रेम, धोखा और बदला यही थी कहानी

उत्तरी दिल्ली के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि पहले मामला हादसे का लगा, लेकिन CCTV फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट से पता चला कि गैस लीक नहीं हत्या के बाद जानबूझकर ब्लास्ट कराया गया था। पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक डेटा के आधार पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 18 अक्टूबर को अमृता चौहान,21 अक्टूबर को सुमित कश्यप और 23 अक्टूबर को संदीप कुमार पकड़े गए। तीनों ने पूछताछ में अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस ने इनके पास से हार्ड डिस्क, ट्रॉली बैग, पीड़ित की शर्ट और मोबाइल फोन बरामद किया है।