बिहार में चल रहे मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बीच आठ बांग्लादेशी नागरिकों को लिया गया हिरासत में, आधार कार्ड भी मिला
बिहार में चल रहे एसआईआर पर छिड़े सियासी संग्राम के बीच अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान का एक मामला सामने आया है जिसमें 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

Bangladeshi Detained: बिहार में चल रहे मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बीच राज्य में कई बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध रूप से भारत की नागरिकता लेने के दावे किए जा रहे हैं. इसे लेकर बिहार में सियासी आरोप-प्रत्यारोप भी चल रहा है. इस सबके बीच राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान हुई है. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए चल रहे अभियान के तहत आठ बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है और उन्हें निर्वासित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन लोगों के पास से कुछ भारतीय और बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद किए गए हैं।
अवैध प्रवासियों की पहचान के अभियान के तहत, पुलिस घरेलू कामगारों, रेहड़ी-पटरी वालों, किरायेदारों और झुग्गी-झोपड़ियों व निर्माण स्थलों पर रहने वाले लोगों की पहचान की जाँच कर रही है। पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम में अवैध रूप से रह रहे आठ बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर ली गई है और उन्हें विदेशी अधिनियम, 1946 के तहत हिरासत में लिया गया है।
बांग्लादेशी पहचान पत्रों के अलावा, उनके पास से कुछ भारतीय दस्तावेज़ भी बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि उन्होंने गुरुग्राम के स्थानीय पते दिखाकर आधार कार्ड और अन्य भारतीय दस्तावेज़ हासिल किए। ज़्यादातर ने अपने किराए के मकानों के पते इस्तेमाल किए। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम के मकान मालिकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने किरायेदारों को मकान किराए पर देने से पहले उनका पुलिस सत्यापन पूरा करें।
पुलिस के अनुसार, कई अवैध प्रवासी अब भूमिगत हो गए हैं। वैध दस्तावेज़ों के अभाव में, वे ग्रामीण इलाकों या दूसरे शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि पिछले एक हफ्ते से चल रहे इस अभियान के तहत 250 से ज़्यादा संदिग्ध अवैध प्रवासियों को हिरासत क्षेत्रों में भेजा गया है, जहाँ उनके दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जा रहा है।