N4N डेस्क: पूरा देश 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, वही बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के तुरपट्टी गांव में राख रखने को लेकर उपजे विवाद ने एक किसान की ज़िन्दगी ख़ाक कर दी है, इस खुनी भिडंत में किसान के परिवार के दो अन्य सदस्य भी गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक रामनरेश सिंह के परिजनों में शोक का माहौल है और गांव में तनाव व्याप्त है।
मिली जानकारी के मुताबिक, तुरपट्टी गांव निवासी रामनरेश सिंह द्वारा अपने खेत में राख रखी जा रही थी, जो उनके पड़ोसियों को पसंद नहीं आ रही थी । बीते 23 जनवरी को पड़ोसियों ने राख से उठने वाली बदबू का हवाला देकर इसे हटाने की मांग की। रामनरेश ने इसका विरोध किया, जिसके बाद बहस बढ़ने लगी और देखते ही देखते मामूली कहासुनी मारपीट में तब्दील हो गई ।
हमले के दौरान आरोपियों ने रामनरेश सिंह को जमीन पर गिराकर उनकी छाती पर चढ़कर मारपीट की। जब उनका बेटा गोपाल सिंह और बेटी कुमौती कुमारी बचाने आए, तो उन पर भी लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से हमला किया गया। इस हिंसक हमले में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद परिजनों ने तीनों घायलों को तत्काल हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद रामनरेश सिंह की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें गोपालगंज के सदर अस्पताल रेफर किया गया। हालांकि, रविवार की शाम इलाज के दौरान रामनरेश सिंह ने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
घटना की सूचना पाकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हथुआ थाना अध्यक्ष बालेश्वर राय ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। शव को परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है। प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। किसान रामनरेश सिंह की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया है। गांव में तनाव का माहौल है और लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एहतियातन कदम उठाए हैं।