Bihar Crime: जेल में अपराधी, सड़क पर शव, हर हफ्ते गिर रहीं लाशें ,कब रुकेगा यह खूनी खेल?
Bihar Crime:मई महीने में दर्जन भर से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, इससे लोगों में स्थानीय प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।

Bihar Crime: खगड़िया जिले में अपराधियों का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि अब खुलेआम गोलीबारी की घटनाएं आम होती जा रही हैं। बीते महीने में दर्जन भर से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, और अपराधियों की लगातार गिरफ्तारी के बावजूद, लोगों में स्थानीय प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। प्रशासन की निष्क्रियता के कारण विभिन्न इलाकों में आपराधिक गतिविधियों और हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
लगातार हो रही हत्याओं से खगड़िया जिला दहल गया है। परबत्ता के जानकीचक में एक अधेड़ की गोली मारकर हत्या।कल अलौली में एक पशुपालक की गोली मारकर हत्या।पिछले दिनों नयागांव में एक बुजुर्ग की हत्या।
मानसी के राजाजान में हत्या।गणगौर में भी लगातार हत्या की घटनाएं हुई हैं।पसराहा में देर रात गोलीबारी: दो महिलाएं घायल
इसी खूनी सिलसिले में, बीती रात जिले के पसराहा थाना क्षेत्र के महद्दीपुर भगवती स्थान वार्ड नंबर-8 के पास गोली चलने से एक महिला और एक लड़की घायल हो गई हैं। घटना इतनी भयावह थी कि 22 वर्षीय कोमल कुमारी, जो सुबोध ठाकुर की पुत्री हैं, गोली की आवाज सुनकर बेहोश हो गईं। उनका इलाज गोगरी हॉस्पिटल में चल रहा है।
बताया जाता है कि महद्दीपुर भगवती स्थान के पास कुछ महिलाएं अपने घर के दरवाजे पर बैठी थीं। तभी अचानक कोसी रोड से उसी जगह के एक व्यक्ति को हमलावरों ने गोली मारने की कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली। इसके बाद, दूसरे हमलावर ने दोबारा गोली चलाई, जो सीधे दरवाजे पर बैठीं दो महिलाओं को जा लगी।
घायलों में महद्दीपुर वार्ड नंबर-3 निवासी सुधीर ठाकुर की 16 वर्षीय पुत्री सुमन कुमारी हैं, जिन्हें दाहिने पैर में गोली लगी है। दूसरी घायल महिला महद्दीपुर वार्ड नंबर-8 निवासी स्वर्गीय नंदिनी ठाकुर की 60 वर्षीय पत्नी मंजू देवी हैं, जिनके दाहिने हाथ में गोली लगी है। दोनों का इलाज खगड़िया सदर अस्पताल में चल रहा है।
पसराहा थानाध्यक्ष संजय कुमार विश्वास ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, लोगों में प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर गहरा असंतोष है, क्योंकि लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
रिपोर्ट- अमित कुमार