Triple Talaq: प्रेमिका के लिए पत्नी को मौत के घाट उतारने चला था शौहर, नाकाम होने पर बोला 'तलाक-तलाक-तलाक'
Triple Talaq:अवैध प्रेम-प्रसंग में पति रईस अहमद ने पहले तो पत्नी को गला दबाकर मारने की कोशिश की, और जब वह बच गई तो तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया।

Triple Talaq: एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पति ने अपनी प्रेमिका के लिए अपनी पत्नी की हत्या की कोशिश की और जब वह जिंदा बच गई तो उसे तीन तलाक देकर घर से बेदखल कर दिया। पीड़िता जुलेखा ने अपने पति रईस अहमद पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता ने मामले को और जटिल बना दिया है।
मेरठ के ईरा गार्डन निवासी जुलेखा ने बताया कि उसका निकाह 2008 में मुजफ्फरनगर के रईस अहमद से हुआ था। शादी के बाद से ही रईस और उसके ससुराल वाले दहेज में पांच लाख रुपये और कार की मांग करते हुए उसका उत्पीड़न करते थे। जुलेखा का आरोप है कि बच्चे न होने का ताना देकर पति और ससुराल वाले उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे। कई बार पंचायतों के जरिए मामला सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
इसी बीच, रईस के किसी अन्य युवती से अवैध संबंध हो गए। जुलेखा ने जब इसका विरोध किया तो रईस ने उसे तलाक की धमकी दी। मामला तब और गंभीर हो गया जब सोमवार सुबह रईस ने दुपट्टे से जुलेखा का गला दबाकर उसकी हत्या की कोशिश की। जुलेखा ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई, लेकिन रईस ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया।
जुलेखा ने ब्रह्मपुरी पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। बुधवार को वह अपने परिजनों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ ब्रह्मपुरी को जांच और कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू हो चुकी है। जल्द ही आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा किया जा रहा है।
जुलेखा ने बताया कि शादी के बाद से ही उसे दहेज और बच्चे न होने के ताने सुनने पड़े। पति के अवैध संबंधों ने उसकी जिंदगी को और नर्क बना दिया। हत्या की कोशिश और तीन तलाक के बाद अब वह न्याय की आस में भटक रही है। इस मामले ने न केवल दहेज उत्पीड़न और वैवाहिक हिंसा के मुद्दों को उजागर किया है, बल्कि तीन तलाक जैसे सामाजिक कुरीतियों पर भी सवाल उठाए हैं।