Bihar Crime:18 करोड़ का 20 किलो सोना बरामद, नेपाल से तस्करी कर रहे महाराष्ट्र के 3 तस्कर धराए, DRI का स्मगलिंग रैकेट पर तगड़ा प्रहार
Bihar Crime: मुजफ्फरपुर में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने सोने की तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सनसनीखेज कार्रवाई की है।...

Bihar Crime: मुजफ्फरपुर में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने सोने की तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सनसनीखेज कार्रवाई की है। छपरा रेलवे स्टेशन पर DRI की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक ट्रेन में छापेमारी कर 20 किलोग्राम सोने की बिस्किट और ज्वेलरी बरामद की, जिसकी बाजार कीमत लगभग 18 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस कार्रवाई में महाराष्ट्र के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जो नेपाल के रास्ते इस सोने की खेप को भारत में तस्करी कर मुंबई ले जा रहे थे।
9 मई 2025 को मुजफ्फरपुर DRI की टीम को सूचना मिली थी कि एक बड़े सोने की तस्करी का रैकेट छपरा जंक्शन के रास्ते मुंबई की ओर बढ़ रहा है। सूचना के आधार पर DRI ने छपरा रेलवे स्टेशन पर मुंबई जाने वाली एक ट्रेन में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान तीन संदिग्धों के ट्रॉली बैग में कपड़ों के बीच छिपाकर रखे गए 20 किलोग्राम सोने की बिस्किट और ज्वेलरी बरामद की गई। सोने को इस तरह छिपाया गया था कि सामान्य जांच में इसका पता लगाना मुश्किल था।DRI की पूछताछ में पता चला कि यह सोना नेपाल के रास्ते भारत में तस्करी कर लाया गया था और इसे महाराष्ट्र में खपाने की योजना थी। गिरफ्तार तीनों तस्कर महाराष्ट्र के रहने वाले हैं, जिनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। DRI ने तीनों को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मुजफ्फरपुर DRI की यह कार्रवाई सोने की तस्करी के खिलाफ उनकी लगातार सक्रियता का हिस्सा है। इस ऑपरेशन में बरामद सोने की कीमत 18 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो इस क्षेत्र में हाल के वर्षों की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है। DRI अब इस रैकेट के पीछे के मास्टरमाइंड और इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में नेपाल-भारत सीमा के जरिए तस्करी के बड़े नेटवर्क का संकेत मिला है, जिसमें म्यांमार और बांग्लादेश जैसे देशों से सोना लाया जा रहा है।DRI ने घटनास्थल से बरामद सामान को जब्त कर लिया है और तस्करों से पूछताछ जारी है। अधिकारियों का मानना है कि इस रैकेट में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिन तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल रिकॉर्ड और अन्य तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा रहा है। यह घटना बिहार और उत्तर भारत में सोने की तस्करी के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। नेपाल और बांग्लादेश की सीमाओं से सटे होने के कारण बिहार तस्करों के लिए एक प्रमुख ट्रांजिट रूट बन गया है। DRI की पिछली कार्रवाइयों में भी इस क्षेत्र से भारी मात्रा में सोना बरामद हुआ है। उदाहरण के लिए:
मार्च 2024 में दरभंगा-मुजफ्फरपुर हाईवे पर 13.27 किलो सोना (8.50 करोड़ रुपये) बरामद हुआ था, जिसमें चार तस्कर गिरफ्तार हुए। अगस्त 2024 में पटना के मोकामा में 3.26 किलो सोना (2.34 करोड़ रुपये) बांग्लादेश से तस्करी कर लाया गया था। फरवरी 2023 में पटना रेलवे स्टेशन से 37.12 किलो सोना (21 करोड़ रुपये) बरामद हुआ, जिसमें सूडानी और नेपाली तस्कर शामिल थे। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि बिहार, खासकर मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्र, सोने की तस्करी के लिए हॉटस्पॉट बन गए हैं। DRI के अनुसार, नेपाल और बांग्लादेश की सीमाओं से तस्करी के अलावा, म्यांमार, दुबई, और अन्य खाड़ी देशों से भी सोना भारत में लाया जा रहा है।
DRI ने कहा है कि वे तस्करी के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करेंगे। साथ ही, नेपाल और बांग्लादेश की सीमाओं पर केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाया जा रहा है। मुजफ्फरपुर DRI की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि तस्करी के खिलाफ उनकी निगरानी और कार्रवाई अत्यंत प्रभावी है। 18 करोड़ रुपये के 20 किलो सोने की बरामदगी और तीन तस्करों की गिरफ्तारी न केवल एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह तस्करों के लिए सख्त चेतावनी भी है।
रिपोर्ट-मणिभूषण शर्मा