Bihar Crime: मुजफ्फरपुर में नकली शराब का काला कारोबार बेनकाब, पकड़ी गई नकली शराब की फैक्ट्री, झारखंड का दारू भी मिला

Bihar Crime: शराबबंदी वाले राज्य में फिर नकली विदेशी शराब का गोरखधंधे का खुलासा हुआ है।

Fake liquor factory
नकली शराब का काला कारोबार बेनकाब- फोटो : reporter

Bihar Crime: मुजफ्फरपुर जिले में नकली विदेशी शराब का गोरखधंधा एक बार फिर उजागर हुआ है। उत्पाद विभाग की टीम ने दो अलग-अलग कारवाई में कानून की सख़्ती का नमूना पेश करते हुए न सिर्फ एक मिनी फैक्ट्री का पर्दाफाश किया बल्कि झारखंड से लाई गई शराब की भारी खेप को भी जप्त कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

पहली बड़ी कामयाबी हथौड़ी थाना क्षेत्र के डाकरामा गांव में मिली, जहां गुप्त सूचना पर की गई छापेमारी में विदेशी शराब के नकली संस्करण तैयार करने वाली फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया। मौके से भारी मात्रा में स्प्रिट, अलग-अलग ब्रांड की खाली बोतलें, रैपर, लेबल और पैक की गई नकली शराब बरामद हुई। शराब की खुशबू तो विदेशी थी, लेकिन हकीकत में ज़हर का खेल चल रहा था। हालांकि इस छापेमारी में कोई कारोबारी गिरफ्त में नहीं आ सका, लेकिन शराब माफियाओं की साजिशें अब उजागर हो चुकी हैं।

दूसरी कामयाबी मिली अहियापुर थाना क्षेत्र के शिवराहा गांव में, जहां उत्पाद विभाग ने फिल्मी अंदाज में पीछा कर एक पिकअप वैन को पकड़ लिया। यह वैन झारखंड से विदेशी शराब की 80 कार्टन लेकर मुजफ्फरपुर पहुंची थी। गाड़ी को रोकने की कोशिश पर चालक नीतीश कुमार, जो झारखंड के रामगढ़ का निवासी है, गाड़ी लेकर भागने लगा। लेकिन उत्पाद विभाग की टीम ने कई किलोमीटर तक पीछा कर उसे नाले में फंसी गाड़ी से धर दबोचा।

उत्पाद इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि दोनों मामलों में गुप्त सूचना पर सटीक कार्रवाई की गई। एक तरफ नकली शराब का जाल तो दूसरी तरफ अंतरराज्यीय शराब तस्करी की साजिश — दोनों का भंडाफोड़ कर लिया गया है। गिरफ्तार चालक से पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इससे बड़ी शराब माफिया चेन का भी सुराग हाथ लगेगा।

लेकिन सवाल यही है कि क्या प्रशासनिक कार्रवाई सिर्फ बूंदभर कार्रवाई बनकर रह जाएगी या फिर नकली शराब के इस जहरीले कारोबार पर समूल प्रहार होगा?

रिपोर्ट- मणि भूषण शर्मा