Purvanchal Express Robbery:पूर्वांचल एक्सप्रेस में अपराधियों का तांडव, वैक्यूम कर रोकी ट्रेन, यात्रियों से लूट के बाद नहीं मिली मदद
Purvanchal Express Robbery: बिहार में एक बार फिर रेलयात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इस बार अपराधियों ने हावड़ा-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस को बनाया अपना निशाना।

Purvanchal Express robbery: बिहार में एक बार फिर रेलयात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इस बार अपराधियों ने हावड़ा-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस को बनाया अपना निशाना। शनिवार देर रात करीब 3 बजे समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के ढोली स्टेशन के पास ट्रेन को वैक्यूम कर आउटर सिग्नल पर रोका गया। अंधेरे का फायदा उठाकर चार से पांच अपराधियों ने ट्रेन में धावा बोल दिया और आधा दर्जन से ज्यादा यात्रियों से मोबाइल व नकदी लूट ली।
लूट की वारदात इतनी सुनियोजित थी कि अपराधियों ने पहले ट्रेन रोकी, फिर डिब्बों में घुसकर एक-एक यात्री को निशाना बनाया और लूटपाट कर ट्रेन से कूदकर फरार हो गए। यात्रियों की चीखें बेकार रहीं, मौके पर न कोई सुरक्षाकर्मी पहुंचा और न कोई मदद।
जब ट्रेन मुजफ्फरपुर स्टेशन पर पहुंची तो डरे-सहमे यात्रियों ने जीआरपी थाने में शिकायत की, लेकिन आरोप है कि थानेदार रंजीत कुमार ने न केवल उनकी शिकायत लेने से इनकार किया, बल्कि डांट-फटकार कर भगा दिया। अपमानित यात्रियों ने रेल मंत्रालय और पुलिस मुख्यालय को ऑनलाइन शिकायत भेजी।
घटना के बाद रेल एसपी वीणा कुमारी ने डीआईयू टीम को जांच सौंप दी है और थानेदार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा, “लापरवाही साबित हुई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
इससे पहले दुरंतो एक्सप्रेस में भी लूट की घटना सामने आ चुकी है। अब पूर्वांचल एक्सप्रेस में यह दुस्साहसिक लूट रेलवे की ढीली सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करती है।
अब सवाल है – जब अपराधी ट्रेन रुकवाकर लूट सकते हैं, और पुलिस मदद की बजाय अपमान करती है, तो आम यात्री खुद को कहां सुरक्षित माने? रेल मंत्रालय को तुरंत एक्शन लेना होगा, वरना यात्रियों का भरोसा पटरी से उतर जाएगा।