Bihar Crime: बिहार में दरिंदगी की हद पार, युवती का अपहरण कर चार दरिंदों ने किया गैंगरेप, 24 घंटे बाद गांव में फेंक गए

एक गांव में चार मनचलों ने एक युवती का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दरिंदों की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई पीड़िता को 24 घंटे तक बंधक बनाकर उसकी अस्मिता लूटने के बाद गांव के बाहर फेंक दिया गया।

Muzaffarpur Woman Abducted Assault
युवती का अपहरण कर चार दरिंदों ने किया गैंगरेप- फोटो : social Media

Bihar Crime: इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर के बोचहां थाना क्षेत्र के एक गांव में चार मनचलों ने एक युवती का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दरिंदों की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई पीड़िता को 24 घंटे तक बंधक बनाकर उसकी अस्मिता लूटने के बाद गांव के बाहर फेंक दिया गया।

घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पीड़िता के पिता ने बेटी को साथ लेकर थाने पहुंचकर चार युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस जघन्य वारदात में गांव के दो युवक और गायघाट थाना क्षेत्र के बाघाखाल गांव के दो युवक शामिल बताए गए हैं।

पिता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि दो दिन पहले मेरी बेटी अचानक लापता हो गई। पता चला कि चार लड़के उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गए। हमने पूरे इलाके में तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन रात में दरिंदे उसे गांव के पास छोड़कर फरार हो गए। घर लौटने पर पीड़िता ने जो बयान दिया, उससे परिजनों के होश उड़ गए। उसने बताया कि चारों आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए बोचहां थाना प्रभारी श्रीकांत चौरसिया ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने एक आरोपी गायघाट थाना क्षेत्र के बाघाखाल निवासी जितेंद्र कुमार  को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीन अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एफएसएल टीम को साक्ष्य जुटाने के लिए भेजा गया है और पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया जा रहा है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाएगा और पीड़िता को हर संभव न्याय दिलाया जाएगा।

यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि बिहार में महिला सुरक्षा अब भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। गांव में माताओं और बहनों में दहशत का माहौल है  हर कोई एक ही सवाल कर रहा है, कब तक बेटियों की इज़्ज़त सड़कों पर रौंदी जाती रहेगी?