Train Accident: पिछले कुछ महीने में ट्रेन हादसों की कई खबर सामने आई है। ट्रेन दुर्घटना में कई लोगों की जान भी चली जा रही है। वहीं ट्रेन दुर्घटना के साथ ही जानबुझ कर भी ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश की जा रही है। ऐसी कई खबरें सामने आई है, जिसमें कई रेलखंडो को रेल लाइन पर पटरियों के ऊपर ईट रोड़े और ऐसी वस्तुएं मिली है जिससे रेल हादसा होने की ज्यादा संभावनाएं है। कई लोग आशंका जता रहे हैं कि असमाजिक तत्वों के द्वारा जानबुझ कर रेल हादसे की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। इन मामलों में पुलिस ने कई अराजकतत्वों को गिरफ्तार किया है।
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश से एक ऐसा खबर निकलकर सामने आ रही है। जहां दो ट्रेनों को दुर्घटनाग्रस्त करने की कोशिश की गई है। पहला बलिया का है। जहां रेल पटरी पर रखा पत्थर ट्रेन के इंजन से टकराया, हालांकि गनीमत रही कि कोई क्षति नहीं हुई। इस बाबत में पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को वाराणसी-बलिया-छपरा रेल प्रखंड पर बकुलहा-मांझी रेलवे स्टेशन के बीच किमी-18/10 पर रेल पटरी पर पत्थर मिला। लखनऊ से छपरा जा रही 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के ‘कैटल गार्ड’ से पत्थर टकरा कर हट गया।
लोको पायलट ने पटरी पर रखे पत्थर को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया, जिसके बाद इंजन के कैटल गार्ड से पत्थर टकरा कर हट गया। तो वहीं दुसरी ओर महोबा जिले के कबरई थाना क्षेत्र में शनिवार को रेल की पटरी पर कंक्रीट का खंभा रखने का मामला सामने आया। खंभे को एक पैसेंजर ट्रेन के चालक ने देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। रेल अधिकारियों की शिकायत के आधार पर महोबा में पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और 16 वर्षीय एक लड़के को हिरासत में लिया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) दीपक दुबे ने बताया कि कबरई थाना क्षेत्र के अंतर्गत बांदा-महोबा रेल मार्ग पर ‘फेंसिंग पिलर’ रखने के आरोप में 16 वर्षीय एक लड़के को हिरासत में लिया गया है। आगे की जांच जारी है।
बता दें पिछले महीने ही राजस्थान के पाली जिले में अज्ञात असमाजिक तत्वों ने ट्रेन की पटरी पर सीमेंट का 'ब्लॉक' रख दिया था। ऐसे में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रेन से इससे टकरा गई। हालांकि, इस हादसे में कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस घटना के संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके आलवा साबरमती ट्रेन डिरेल हो गई थी। इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया था। गिरिराज सिंह ने कहा कि साबरमती ट्रेन डिरेल करवाने की कोशिश की गई। उस समय भी मैंने कहा था कि यह रेलवे की गलती नहीं है, यह साजिश है, एक प्रयोग है, भारत को अस्त-व्यस्त करने की, भारत में रेल यात्रियों के बीच दहशत फैलाने कीय़ कालिंदी एक्सप्रेस तो सीधा-सीधा दूसरा गोधरा कांड था। बेगुसराय सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि गैस सिलेंडर, बारूद, माचिस, पेट्रोल यह सब बताता है कि यह दूसरा गोधरा कांड करने की साजिश थी। यह देश में ऐसा माहौल तैयार करना चाहते हैं कि कोई यात्री ट्रेन पर ना बैठे और यह एक खास समुदाय के लोग हैं। उस समुदाय को प्रोटेक्शन देने का काम कांग्रेस की टूल किट करती है।”