Jail Break:जेलब्रेक में 576 कैदी फरार, सीमा पर घुसे तो भारत ने दबोचा,जल उठा नेपाल
Jail Break: जेलब्रेक ने हालात और विस्फोटक बना दिए। 576 कैदी फरार हो गए। भागे हुए दस कैदी चोरी-छिपे भारतीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें ...

Jail Break:भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन अब हिंसक बगावत में बदल गया है।पड़ोसी मुल्क नेपाल में हालात पूरी तरह बिगड़ चुके हैं। भीड़ ने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट तक को आग के हवाले कर दिया। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के आवास समेत कई मंत्रियों और नेताओं के घरों-दफ्तरों में तोड़फोड़ व आगजनी हुई। हालात काबू से बाहर होते देख आखिरकार ओली ने इस्तीफा दे दिया।
इसी बीच नेपाल के जलेश्वर जेलब्रेक ने हालात और विस्फोटक बना दिए। मंगलवार को हुए इस कांड में 577 कैदियों में से 576 कैदी फरार हो गए। भागे हुए दस कैदी चोरी-छिपे भारतीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें एसएसबी जवानों ने धर दबोचा। पकड़े गए कैदियों में आठ नेपाली और दो भारतीय शामिल हैं। इन्हें भिठ्ठा और सुरसंड थाने की पुलिस को सौंप दिया गया है।
भिठ्ठा थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार कैदियों में नेपाल के धनुषा, महोत्तरी और लोहरपट्टी इलाके के निवासी शामिल हैं, जबकि भारतीय कैदियों में वैशाली और मोतिहारी जिले के युवक हैं। सुरसंड थानाध्यक्ष धनंजय पांडे ने पुष्टि की कि सभी कैदियों को हिरासत में लेकर वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई है।
नेपाल के महोत्तरी जिले में फिलहाल कर्फ्यू लागू है। सीमा क्षेत्र और जलेश्वर नगर में सन्नाटा पसरा है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि हालात “तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में” हैं।
इस बगावत की जड़ भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन को माना जा रहा है। सोमवार देर रात सरकार ने बैन हटा लिया, मगर जनता का गुस्सा शांत नहीं हुआ। प्रदर्शनकारी 19 मौतों के लिए जिम्मेदारी तय करने और बड़े नेताओं पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ और पूर्व गृहमंत्री रमेश लेखक के घरों पर भी हमला कर दिया।
नेपाल की सियासत और सड़कों पर इस समय उबाल है, और इसका असर भारत की सीमाओं तक पहुंच चुका है। सवाल यह है कि क्या पड़ोसी मुल्क इस भीषण उथलपुथल से जल्द उबर पाएगा या हालात और भयावह रूप लेंगे।