Chandan Mishra Murder Case: 'भाईजान' ने सिर्फ 10 लाख रुपए में गैंगस्टर चंदन मिश्रा को गोलियों से ने भुनवा दिया,मौसेरे भाई बादशाह से मिलकर रचा खेल...कत्ल की पूरी कहानी...

Chandan Mishra Murder Caseपटना की सड़कों पर दहशत फैलाने वाले कुख्यात चंदन मिश्रा की ‘हॉस्पिटल हिट’ की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी और लोकेशन थी समनपुरा का वही ठिकाना, जहां 'भाईजान' उर्फ नीशू खान व्हीलचेयर पर साजिश रच रहा था।..

Chandan Mishra Murder Case
चंदन मिश्रा के कत्ल की पूरी कहानी...- फोटो : reporter

Chandan Mishra Murder Case: पटना की सड़कों पर दहशत फैलाने वाले कुख्यात चंदन मिश्रा की ‘हॉस्पिटल हिट’ की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी  और लोकेशन थी समनपुरा का वही ठिकाना, जहां 'भाईजान' उर्फ नीशू खान व्हीलचेयर पर साजिश रच रहा था। गैंगवार की इस ताज़ा किस्त में मुख्य किरदार बना 'बादशाह' उर्फ तौसीफ, वही पेशेवर शूटर जिसने 17 जुलाई की सुबह पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा को गोलियों से भून डाला।

तीन दिन पहले, नीशू के समनपुरा वाले फ्लैट में तय हुआ प्लान  गोली, गाड़ी, गेस्टहाउस और ग़ायब होने का रूट। तौसीफ वारदात के बाद सीधे उसी ठिकाने पर पहुंचा, जहां 'भाईजान' उसे पहले से इंतजार करता मिला। फिर नीशू की कार में सवार होकर तौसीफ, उसकी गर्लफ्रेंड, केयरटेकर हर्ष और नर्सिंग स्टाफ भीम गया, बरही, रांची होते कोलकाता निकल भागे।

इस गैंग का कोलकाता कनेक्शन नया नहीं था। आनंदपुर इलाके में पहले से होटल बुक था। पुलिस के मुताबिक, इनका एक पुराना जानकार वहां रहता है, जो इनका 'हाइडआउट' मैनेज कर रहा था।

पटना पुलिस और बंगाल STF की सयुंक्त रेड में न्यू टाउन के सुखी वृष्टि अवासन अपार्टमेंट से पांच संदिग्धों को उठाया गया, लेकिन शूटरों को भनक लग गई और वे एक सफेद कार में फरार हो गए। बंसती राजमार्ग से लेकर लेदर कॉम्प्लेक्स तक, इनका पीछा हुआ और अंततः चारों को कार सहित धरदबोचा गया।

गिरफ्तार गैंग में शामिल हैं तौसीफ (फुलवारी शरीफ), बलवंत, सोनू, अभिषेक, नीलेश (बक्सर), और साथ में ‘भाईजान’ नीशू खान और उसकी गर्लफ्रेंड। नीशू खुद लकवाग्रस्त है, रीढ़ में गोली लगने के बाद से व्हीलचेयर पर है, लेकिन दिमाग में अब भी बारूद बचा है।

पूछताछ में नीशू ने कबूला, “तौसीफ वारदात के बाद मेरे पास आया था। मैंने कहा था सरेंडर कर दे, मगर उसने वादा किया था ‘सोमवार को करेंगे। पटना पुलिस अब इस केस का स्पीडी ट्रायल चाहती है  ताकि गैंगवार की इस नई नस्ल को सजा मिले और अस्पतालों में कत्ल की जमीन ना बने।