Bihar News: बिहार में AK-47 की तस्करी का बड़ा खुलासा, यहां के रास्ते सूबे में आ रहा एके-47

Bihar News: बिहार में हथियारों की तस्करी और अवैध व्यापार का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है....

बिहार में AK-47 की तस्करी
बिहार में AK-47 की तस्करी का बड़ा खुलासा- फोटो : social Media

Bihar News: बिहार में हथियारों की तस्करी और अवैध व्यापार का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में अब यह सामने आया है कि पूर्वोत्तर राज्यों, खासकर नागालैंड से AK-47 राइफल की तस्करी बिहार के कई जिलों में हो रही है। वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण जैसे जिलों में इस अवैध व्यापार का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है।

दरअसल, मई 2024 में मुजफ्फरपुर से दो युवकों की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे नेटवर्क से पर्दा उठा था। उसी दौरान एनआईए ने नगालैंड से मंजूर खान को पकड़ लिया था और जेल में बंद चार आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है। इससे पहले बिहार एसटीएफ ने अप्रैल 2025 में आरा के बेलाउर गांव में कुख्यात बुटन चौधरी के घर से हैंड ग्रेनेड और AK-47 बरामद किए थे।

ताजा कार्रवाई में भोजपुर पुलिस और एसटीएफ ने शाहपुर नगर में एक संयुक्त छापेमारी की। शुक्रवार की रात दो अलग-अलग जगहों से प्रतिबंधित AK-47 सहित बड़ी संख्या में अवैध हथियार और गोलियां बरामद हुईं। मौके से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया:पंकज राय उर्फ़ सत्यजीत राय  वार्ड नंबर 5 निवासी, शैलेश चंद्र राय का पुत्र,अंकित कुमार  वार्ड नंबर 10 निवासी, अयोध्या यादव का पुत्र,

दोनों के घरों से 1 लोडेड AK-47 राइफल समेत कई  हथियार बरामद हुए। 

हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इतनी बड़ी संख्या में अवैध हथियार रखे जाने का मकसद क्या था। दोनों आरोपियों का कोई स्पष्ट आपराधिक इतिहास भी सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि पंकज राय जमीन के कारोबार से जुड़ा है। पुलिस का अंदेशा है कि दोनों किसी अंतरराजीय गिरोह के साथ जुड़े हो सकते हैं।

भोजपुर एसपी राज ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है और हथियारों के स्रोत, नेटवर्क और उपयोग के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अवैध हथियारों की खेप की सूचना पर यह कार्रवाई की गई है।

 यह बिहार में हथियारों की अंतरराजीय तस्करी का बड़ा खुलासा है, जिसने दिखा दिया कि छोटे शहर और कस्बों में भी असली क्रिमिनल नेटवर्क सक्रिय हैं। शाहपुर नगर से पकड़ा गया यह अड्डा साफ़ कर रहा है कि AK-47 सहित हथियारों की आपूर्ति अब भी खतरे की घंटी है।