Mokama Encounter:मोकामा के कुख्यात नीरज का हाफ एनकाउंटर, बॉस का खेल अब खत्म, एसटीएफ पुलिस की सयुंक्त दबिश में गैंग का गिरोह बिखरा
Mokama Encounter:पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई ने अपराध की दुनिया में हलचल मचा दी। मधुरापुर दियारा की आबो हवा में गूँजती गोलीबारी ने एक बार फिर इस इलाके की दहशत, दादागीरी और दहकते अपराध-राज की तस्वीर सामने ला दी।
Mokama Encounter:पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई ने अपराध की दुनिया में हलचल मचा दी। मधुरापुर दियारा की आबो हवा में गूँजती गोलीबारी ने एक बार फिर इस इलाके की दहशत, दादागीरी और दहकते अपराध-राज की तस्वीर सामने ला दी। इस मुठभेड़ में मोकामा का कुख्यात बदमाश नीरज सिंह उर्फ नीरज बॉस पुलिस की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से जख्मी हो गया। गोली लगते ही बॉस का दबदबा ठंडा पड़ गया और मौके पर ही तीन अन्य गुर्गों के साथ वह पकड़ा गया।बिहार के बेगूसराय ज़िले के दियारा बेल्ट में पुलिसने हॉफ एनकॉउंटर किया है।
नीरज बॉस का नाम दियारा पट्टी में खौफ, रंगदारी और हथियारों की तस्करी का पर्याय समझा जाता है। मोकामा थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर गांव का रहने वाला यह बदमाश लंबे समय से पुलिस की रडार पर था। उसके साथ गिरफ्तार किए गए अपराधियों में ब्रह्मपुर के विकास सिंह, विष्णु कुमार और तेघड़ा थाना के मधुरापुर के कन्हैया कुमार का नाम शामिल है ये सभी उसके भरोसेमंद सिपहसालार माने जाते थे।
एसटीएफ और तेघड़ा पुलिस ने मौके से दो रेगुलर राइफल, एक देसी कट्टा, एक पिस्टल, सात खोखे और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए। इनमें .315 एमएम की 12 गोलियां व 7.65 एमएम की तीन गोलियां शामिल हैं, जो इस गिरोह के हथियारों के जखीरे और मंसूबों की पोल खोलती हैं।
एसपी मनीष कुमार के मुताबिक, जख्मी नीरज का इलाज तेघड़ा अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि यह पूरा गिरोह दियारा क्षेत्र में लंबे समय से दहशत का साया बनकर खड़ा था। खेत, नदी और कछार की आड़ में यह गैंग अक्सर वारदातों को अंजाम देता था और फिर दियारा की गलियों में गुम हो जाता था।
19 नवंबर की देर रात एसटीएफ को इनपुट मिला कि नीरज सिंह अपने बासा (डेरा) पर बड़ी वारदात की साज़िश रच रहा है। इसी सूचना के आधार पर एसपी के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस, एसटीएफ और दियारा के जानकार गाइडों के साथ कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया गया। जैसे ही पुलिस की टुकड़ियों ने डेरा घेरा, अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने कंट्रोल्ड फायरिंग की, जिसमें नीरज बॉस के पैर में गोली लगी और गैंग हथियारों सहित दबोच लिया गया।मुठभेड़ के बाद दियारा में यह चर्चा आम है कि बॉस का खेल अब ख़त्म, और पुलिस की इस कार्रवाई को इलाके के लोग एक बड़ी राहत मान रहे हैं।