Mokama Firing: राजनीतिक रंजिश में ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला पटना का मोकामा , एके-47 का भी हुआ इस्तेमाल! इलाके में हड़कंप , पुलिस ने 16 आरोपितों पर दर्ज किया केस
Mokama Firing: पटना के मोकामा मेंराजनीतिक रंजिश ने भयावह रूप धारण कर लिया।....

Mokama Firing: पटना के मोकामा में राजनीतिक रंजिश ने भयावह रूप धारण कर लिया। घोसवरी थाना क्षेत्र के गोसाईं गांव में दो गुटों के बीच पुरानी मनमुटाव की आग भड़क उठी। स्थानीय लोगों के मुतालिबा के मुताबिक, दोनों गुटों के कुख्यातों ने हथियार निकालते ही एक-दूसरे पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। बताया जाता है कि गोलियों की तादाद लगभग चार दर्जन तक पहुंच गई। हालांकि, इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इस दौरान एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का भी इस्तेमाल हुआ, लेकिन पुलिस इस बात से इंकार करती है। इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी और तनाव पैदा कर दिया। ग्रामीण भय और हड़कंप की स्थिति में अपने घरों में दुबक गए।
घटना की शुरुआत कुछ इस प्रकार हुई कि गांव के कुछ युवक लक्ष्मी पूजा का चंदा लेने विरोधी गुट के पास गए। आरोपितों ने इन युवकों की पिटाई कर दी। इसके बाद स्थानीय कुख्यात दिवाकर यादव और मिथिलेश यादव उर्फ मिट्ठू यादव अपने समर्थकों के साथ आमने-सामने आ गए। झगड़े ने जल्द ही गोलीबारी का रूप ले लिया। दोनों पक्षों ने हथियार निकालकर लगभग 40 से ज्यादा राउंड फायरिंग की।
घोसवरी थाना प्रभारी मधुसूदन कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गोलीबारी की सूचना मिलते ही तुरंत दल बल के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक अधिकांश आरोपी फरार हो चुके थे। उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस रिकॉर्ड में मात्र 10 राउंड फायरिंग दर्ज की गई है।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिनेश यादव, गन्नू यादव, रंजीत कुमार और राहुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। पुलिस ने दिनेश यादव और राहुल कुमार के आवेदन पर कुल 16 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि दोनों गुटों में से एक स्थानीय प्रत्याशी का समर्थक जबकि दूसरा विरोधी है।
इस घटना से गांव के लोग सकते में हैं और चिंता जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसे घटनाक्रम दोबारा हो सकते हैं। एसडीपीओ ने कहा कि अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में निगरानी बढ़ा दी गई है।