Patna Crime: पटना में सरेआम खुरेजी, राजद के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के मुंशी उपेंद्र राय पर कातिलाना हमला, गर्दन और पीठ में लगी गोली, इलाके में दहशत
Patna Crime: राजद विधायक रीतलाल यादव के मुंशी उपेंद्र राय पर कातिलाना हमला हुआ है। उपेंद्र राय रीतलाल के केसों की पैरवी करता था.....

Patna Crime: पटना ज़िले के शाहपुर थाना क्षेत्र के नरगदा गांव में अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट गूँजी और पूरा इलाक़ा दहल उठा। निशाने पर थे दानापुर के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के विश्वासपात्र और मुंशी उपेंद्र राय, जो उनके केसों की पैरवी संभालते थे। अपराधियों ने उन पर घात लगाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें दो गोलियां लगीं—एक गर्दन में और दूसरी पीठ में। उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उपेंद्र राय किसी काम से गाँव की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह सुनसान हिस्से से गुज़रे, पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने हमला बोल दिया। गोलियों की गूंज से इलाके में सन्नाटा और दहशत फैल गई। खून से लथपथ उपेंद्र राय सड़क पर गिर पड़े। ग्रामीणों की मदद से उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को बेहद गंभीर बताया।
यह वारदात इलाके में खौफ़ और अफ़वाहों का बाज़ार गर्म कर गई है। कोई इसे पुरानी रंजिश बता रहा है तो कोई दबंगई और चुनावी समीकरणों से जोड़ रहा है। मगर खुलकर बोलने की हिम्मत किसी में नहीं है। “दिनदहाड़े विधायक के नज़दीकी को गोलियों से भून देना बताता है कि अपराधियों के हौसले आसमान छू रहे हैं।” इलाके के लोग दबी जुबान में यही कह रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही शाहपुर थाना पुलिस भारी संख्या में फोर्स के साथ मौके पर पहुँची। पूरे इलाके में नाकेबंदी की गई और संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी शुरू हुई। हालांकि अब तक हमलावरों का कोई सुराग़ नहीं मिला है। पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उन्हें क़ानून के शिकंजे में लाया जाएगा।
इस गोलीकांड ने एक बार फिर दानापुर–शाहपुर बेल्ट की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। विधायक के खास आदमी तक को निशाना बनाया जा सकता है तो आम लोगों की सुरक्षा कितनी नाज़ुक है, इसका अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है।
फिलहाल नरगदा गांव में तनाव और दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं और पूरे मामले पर पैनी नज़र गड़ाए हुए हैं। पुलिस की बढ़ी हुई हलचल और लगातार छापेमारी ने साफ़ कर दिया है कि यह मामला अब राजनीतिक और आपराधिक संगठनों की गहरी कड़ी तक जा सकता है।
रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज