Chandan Mishra murder case:चंदन मिश्रा की मौत का 'मुखबिर ' कौन? जेल में बैठकर लिखी गई कत्ल की स्क्रिप्ट, बादशाह' ने खींची ट्रिगर की लकीर!

Chandan Mishra murder case: पटना के चर्चित गैंगस्टर चंदन मिश्रा के कत्ल की दास्तान अब सिर्फ एक मर्डर केस नहीं, बल्कि गद्दारी, साजिश और गैंगवार का संगीन मंजर बनती जा रही है।

Chandan Mishra murder case
चंदन मिश्रा की मौत का 'मुखबिर ' कौन?- फोटो : reporter

Chandan Mishra murder case: पटना के चर्चित गैंगस्टर चंदन मिश्रा के कत्ल की दास्तान अब सिर्फ एक मर्डर केस नहीं, बल्कि गद्दारी, साजिश और गैंगवार का संगीन मंजर बनती जा रही है। तफ्तीश की तह तक जाते हुए पुलिस को पता चला है कि चंदन की मौत किसी बाहरी दुश्मन की गोली से नहीं, बल्कि अपने ही गैंग के दोस्त की मुखबिरी से हुई।

सूत्रों की मानें तो चंदन का एक बेहद करीबी ही उसके हर एक मूवमेंट, हर सांस की खबर पुरुलिया जेल में बंद कुख्यात शेरू सिंह तक पहुंचा रहा था। यही मुखबिर था जिसने शेरू को बताया कि चंदन 15 जुलाई को पारस हॉस्पिटल में भर्ती होगा। कब जाएगा, किससे मिलेगा, किस वक़्त डॉक्टर के सामने बैठेगा सब कुछ जैसे एक ब्लूप्रिंट की तरह शेरू को भेजा गया।

इस गद्दारी के बाद शेरू ने जेल की चारदीवारी के भीतर बैठकर कत्ल की पूरी स्क्रिप्ट लिखी। जैसे ही हॉस्पिटल में चंदन की लोकेशन फिक्स हुई, शूटर तौसीफ उर्फ 'बादशाह' को टास्क मिला। उसने पहले चुपचाप टारगेट को ट्रैक किया, फिर बेहद करीब जाकर पॉइंट ब्लैंक रेंज से फायर किया। गोली चलने के बाद भी तौसीफ रुका नहीं – उसने कत्ल का वीडियो भी बनाया, मानो अपनी जीत की ट्रॉफी हो।

हालांकि, पुलिस को तौसीफ के मोबाइल में कोई वीडियो नहीं मिला। अंदेशा है कि सबूत मिटा दिए गए, मोबाइल अब एफएसएल लैब भेजा गया है ताकि डिलीट किया हुआ मालूमात वापस लाया जा सके।

इस केस में ये भी खुलासा हुआ है कि आर्थिक और लॉजिस्टिक सपोर्ट खुद चंदन के पुराने दुश्मनों से मिला था। शेरू ने अपने एक रिश्तेदार के जरिए वैशाली की विवादित जमीन डील भी फिक्स की, बदले में चंदन को खत्म करने का कांट्रैक्ट दिया गया।

एक वक़्त में शेरू और चंदन जिगरी यार हुआ करते थे, लेकिन गैंग के कारोबार, हवाला और हैसियत को लेकर दुश्मनी बढ़ी और अब वो नफरत मौत तक पहुंच गई। पुलिस अब उन तमाम गद्दारों की तलाश में है जो भाई बनकर भेड़िए निकले।यह कहानी सिर्फ गोली की नहीं, भरोसे के कत्ल की भी है।

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज