Bihar Crime: थानाध्यक्ष और SI पर हत्या का आरोप, डाटा ऑपरेटर की संदिग्ध मौत, परिजनों ने जांच की मांग

Bihar Crime:थानाध्यक्ष और एसआई पिछले तीन महीने से ललित को प्रताड़ित कर रहे थे और मारपीट भी करते थे। परिजनों का दावा है कि इन्हीं पुलिस अधिकारियों ने मारपीट के बाद ललित की हत्या की और फिर उसके शव को फांसी पर लटका दिया।

Sarsi police station SHO
थानाध्यक्ष और SI पर हत्या का आरोप- फोटो : reporter

Bihar Crime:  पूर्णिया जिले के सरसी थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर एक किराए के कमरे में थाना के डाटा ऑपरेटर ललित कुमार का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका हुआ मिला है। ललित कुमार मूल रूप से जिले के जलालगढ़ का रहने वाला था और पिछले दो साल से सरसी में ही किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। उसका शव शनिवार देर शाम बरामद हुआ।

इस घटना ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि मृतक के परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या करार दिया है। उन्होंने सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव और एसआई आयुष राज पर हत्या का संगीन आरोप लगाया है।

मृतक के पिता परमेश्वर लाल दास, भाई अरविंद कुमार उर्फ पप्पू और लाल बहादुर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव और एसआई आयुष राज पिछले तीन महीने से ललित को प्रताड़ित कर रहे थे और मारपीट भी करते थे। परिजनों का दावा है कि इन्हीं पुलिस अधिकारियों ने मारपीट के बाद ललित की हत्या की और फिर उसके शव को फांसी पर लटका दिया। उन्होंने आरोपी पुलिस अफसरों को तत्काल निलंबित कर जेल भेजने की मांग की है।

इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा और कसबा विधायक आफाक आलम ने ऑपरेटर ललित कुमार की मौत को संदिग्ध बताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है, लेकिन परिजनों के गंभीर आरोपों और राजनीतिक हस्तियों की मांग के बाद इस केस ने एक नया मोड़ ले लिया है। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या इस 'संदिग्ध मौत' के पीछे की सच्चाई उजागर हो पाती है।

रिपोर्ट- अंकित कुमार