Temple Robbery:पहले किया प्रणाम फिर...मंदिर में डकैती, पिस्टल की नोंक पर लूट कर ले गए करोड़ की अष्टधातु की मूर्ति, पुलिस के छलक रहे पसीना
Temple Robbery:बिहार में अपराधी मस्त है। अहले सबेरे ऐतिहासिक रामजानकी ठाकुरबारी मंदिर में लुटेरों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया।

Temple Robbery:समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के भुसवर गांव में स्थित ऐतिहासिक रामजानकी ठाकुरबारी मंदिर में सोमवार तड़के सशस्त्र लुटेरों ने बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पांच नकाबपोश बदमाशों ने पिस्टल के बल पर मंदिर के पुजारी को बंधक बनाया और करोड़ों रुपये कीमत की अष्टधातु की मूर्तियों को लूटकर फरार हो गए। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है, और स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और लुटेरों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
यह सनसनीखेज वारदात सोमवार सुबह करीब 3:30 बजे हुई। भुसवर गांव का रामजानकी ठाकुरबारी मंदिर अपनी प्राचीनता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। रात के सन्नाटे में पांच नकाबपोश लुटेरे मंदिर परिसर में घुसे। सभी बदमाश काले कपड़ों में थे और उनके पास पिस्तौल सहित अन्य हथियार थे। मंदिर के पुजारी पंडित रामचंद्र झा उस समय मंदिर के पास ही अपने कमरे में सो रहे थे।
लुटेरों ने पहले मंदिर का मुख्य दरवाजा तोड़ा और गर्भगृह में प्रवेश किया। शोर सुनकर जागे पुजारी ने जब विरोध करने की कोशिश की, तो बदमाशों ने उन्हें पिस्तौल दिखाकर बंधक बना लिया। पुजारी के अनुसार, लुटेरों ने उन्हें रस्सी से बांध दिया और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद बदमाशों ने गर्भगृह से भगवान राम, माता जानकी, लक्ष्मण और हनुमान की अष्टधातु से बनी चार मूर्तियों को बैग में डाला और वहां से भाग निकले। चोरों ने मंदिर में रखी चांदी और सोने की माला तथा चांदी का मुकुट भी लूट लिया।
सुबह करीब 5 बजे जब गांव के कुछ लोग मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने मुख्य दरवाजा टूटा हुआ और पुजारी को बंधा हुआ पाया। ग्रामीणों ने तुरंत पुजारी को खोला और विभूतिपुर थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्षपुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में पता चला कि लुटेरे मंदिर के पिछले रास्ते से जंगल की ओर भागे हैं।
पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए।पुलिस ने आसपास के जिलों में नाकाबंदी कर दी है और संदिग्ध वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
इस घटना से भुसवर गांव सहित आसपास के इलाकों में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि रामजानकी ठाकुरबारी मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है और इसकी मूर्तियां न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी हैं। स्थानीय निवासी रमेश ठाकुर ने बताया कि मंदिर में पहले कभी इतनी बड़ी चोरी नहीं हुई थी। उन्होंने प्रशासन पर सुरक्षा के अपर्याप्त इंतजामों का आरोप लगाया।