Bihar Land Survey:दाखिल-खारिज के लिए उपरवार का खेल, रिश्वत लेते डाटा ऑपरेटर गिरफ्तार, CO पर भी लटकी तलवार
Bihar Crime: भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई में निगरानी विभाग को एक बड़ी सफलता मिली है।....

Bihar Crime: भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई में निगरानी विभाग को एक बड़ी सफलता मिली है। सासाराम अंचल कार्यालय में कार्यरत डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार दास को ₹1.10 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह रिश्वत दाखिल-खारिज के एक मामले को निपटाने के लिए मांगी जा रही थी। इस गिरफ्तारी के बाद अंचलाधिकारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है।
डीसीएलआर के आदेश के बावजूद मांगी रिश्वत
मामला सासाराम के प्रतापगढ़ निवासी पंकज कुमार से जुड़ा है, जिन्होंने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी। पंकज ने बताया कि दाखिल-खारिज के उनके मामले में डीसीएलआर के आदेश के बावजूद सासाराम के अंचलाधिकारी (सीओ) द्वारा काम नहीं किया जा रहा था। इसके बदले ₹1 लाख 10 हज़ार की रिश्वत मांगी जा रही थी। पंकज पिछले चार महीनों से अपने काम के लिए अंचल कार्यालय के चक्कर काट रहे थे।
अंचलाधिकारी के इशारे पर हो रहा था खेल
पंकज कुमार ने खुलासा किया कि अंचलाधिकारी राकेश ओंकारा खुद ₹1 लाख और अपने डाटा ऑपरेटर के लिए ₹10 हज़ार की मांग कर रहे थे। आज जब पंकज रिश्वत की रकम देने पहुँचे, तो अंचलाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे। अंचलाधिकारी ने फोन पर पंकज को निर्देश दिया कि वह पूरी रकम उनके डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार दास को दे दें।
जैसे ही पंकज कुमार ने अंचल कार्यालय में कार्यरत आकाश कुमार दास को रिश्वत की रकम सौंपी, पहले से घात लगाए बैठी निगरानी की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया।
जांच का दायरा बढ़ा, कई और पर गिर सकती है गाज
निगरानी के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ने बताया कि आकाश कुमार दास की गिरफ्तारी कर ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी गहन जांच की जा रही है। इस गिरफ्तारी से सासाराम अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया है और संभावना है कि इस मामले में कुछ और अधिकारियों या कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है।
रिपोर्ट- रंजन कुमार