Bihar Crime: दो दिल, एक धोखेबाज, मोबाइल कॉल से शुरू हुआ इश्क़, आशिक़ ने दो बहनों को फिल्मी अंदाज में किया किडनैप
एक हैरतअंगेज़ और शर्मनाक मामला सामने आया है, जो प्रेम और अपराध की सीमा को धुंधला कर देता है। दो चचेरी बहनों को एक ही युवक से इश्क़ हो गया और मज़े की बात ये कि वो युवक भी दोनों को अपने प्रेमजाल में फंसाए बैठा था।

इश्क का वो किस्सा है जिसे सुनकर आप कहेंगे, "अरे, ये तो फिल्मी कहानी है!" लेकिन जनाब, हक़ीक़त में कुछ भी हो सकता है। अब ज़रा सीतामढ़ी के इस ताज़ा मामले को देखिए। यहां एक ही आशिक़ पर दो चचेरी बहनों का दिल आ गया। और वो आशिक़ भी ऐसा कि मानो उसने अपनी क़िस्मत ख़ुद लिख ली हो।
अरे, इसमें हैरानी की क्या बात है? इश्क़ में पड़ने वालों को तो पता ही नहीं होता कि कब उनका दिल उनके हाथों से निकलकर किसी और के क़ब्ज़े में चला जाता है। बस इसी बात का फ़ायदा उठाया एक शातिर आशिक़ ने, नाम है सुनील। सुनील बाबू ने क्या किया, ग़ज़ब की तिकड़म लगाई। एक लड़की के पिता से बराबर फ़ोन पर बतियाते रहे, और जब लड़कियों को फ़ोन हाथ लगा, तो बस हो गया काम!
मुआमला सीतामढ़ी के डुमरा थाना क्षेत्र का है। एक हैरतअंगेज़ और शर्मनाक मामला सामने आया है, जो प्रेम और अपराध की सीमा को धुंधला कर देता है। दो चचेरी नाबालिग बहनों को एक ही युवक से इश्क़ हो गया—और मज़े की बात ये कि वो युवक भी दोनों को अपने प्रेमजाल में फंसाए बैठा था। ये कोई फ़िल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है, जो पुलिस डायरी के पन्नों में दर्ज हो चुकी है।
आरोपी युवक सुनील साह, जो एक लड़की के पिता से मोबाइल पर बात करता था, उसी मोबाइल से बातचीत के दौरान दोनों बहनों से भी जुड़ गया। मोबाइल घर पर अक्सर उपलब्ध रहता था, और कॉल रिसीव करते-करते बहनों का दिल सुनील की मीठी बातों में उलझता चला गया। मोहब्बत की शुरुआत तो फ़ोन कॉल से हुई, मगर मंज़िल अदालत और जेल बन गई।
सुनील ने अपने "इश्क के इरादे" को अंजाम देते हुए एक ही रात दोनों बहनों को साथ भगा ले जाने की हिमाकत कर डाली। इस दुस्साहसिक और शर्मनाक घटना ने पूरे गांव को सकते में डाल दिया। परिजनों की गुहार पर डुमरा थाना में 16 मई को FIR दर्ज हुई। तीन मोबाइल नंबर और सुनील की तस्वीर भी पुलिस को दी गई थी।
काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने दोनों नाबालिग बहनों को सकुशल बरामद कर लिया और सुनील को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोर्ट में बयान दर्ज हुए और बहनों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।ये मामला सिर्फ एक प्रेम-त्रिकोण नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि कैसे मासूमियत और मोबाइल का मेल, मोहब्बत की शक्ल में जुर्म का रास्ता पकड़ लेता है।