Bihar Crime News: इश्क में खून की वारदात! आंखें फोड़कर, गुप्तांग कुचला, बिहार में बेरहम कत्ल से दहशत

Bihar Crime News: एक युवक की लाश मुंह के बल पड़ी मिली। जिस हाल में शव मिला, उसी ने पूरा इलाका दहशत और खौफ के साए में धकेल दिया।...

Sitamarhi Bloodshed in love
बिहार में बेरहम कत्ल से दहशत- फोटो : social Media

Bihar Crime News: एक युवक की लाश मुंह के बल पड़ी मिली। जिस हाल में शव मिला, उसी ने पूरा इलाका दहशत और खौफ के साए में धकेल दिया। आंखें बेरहमी से फोड़ दी गई थीं, गुप्तांग को इस कदर क्षतिग्रस्त किया गया कि देखने वालों का कलेजा कांप उठा। वारदात इतनी बेरहमी से अंजाम दी गई कि पुलिस भी पहली नज़र में इसे महज़ हत्या नहीं, बल्कि किसी गहरे इश्क़ी रंजिश और जुनूनी बदले का खेल समझ रही है।सीतामढ़ी के रीगा थाना क्षेत्र के भोरहा गांव में शुक्रवार सुबह का मंजर देखकर लोगों की रूह कांप गई। अन्हारी सीतामढ़ी पथ के किनारे हनुमान मंदिर के पास लाश मिली थी।

मृतक की पहचान भोरहा गांव वार्ड-13 निवासी रामदेव महतो के 30 वर्षीय बेटे बेचू महतो के रूप में हुई। गांव में उसकी मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक आइटम की छोटी सी दुकान थी। गुरुवार की रात रोज़ की तरह दुकान बंद कर वह घर के लिए निकला, मगर घर तक जिंदगी की आख़िरी राह पूरी न कर सका। रात में जब उसका कहीं पता नहीं चला, तो घर वाले तलाश में जुट गए, लेकिन सुबह का मंजर देखने के बाद परिवार ही नहीं पूरा गांव सन्न रह गया।

घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार त्रिपाठी दलबल के साथ पहुंच गए। एफएसएल टीम को बुलाकर घटनास्थल की बारीकी से जांच कराई गई, फिर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी के मुताबिक, शव पर मिले निशान और अत्याचार की हालत देखकर साफ लग रहा है कि मामला प्रेम प्रसंग और निजी दुश्मनी से जुड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो हालत है, वह किसी आम हत्या का अंदाज़ नहीं, यह नफ़रत, रंजिश और जुनून का मिलाजुला रूप लगता है।

गांव वालों में दहशत है, सैकड़ों की भीड़ जमा है, फुसफुसाहट तेज है किससे इश्क की दुश्मनी ली और किसने इतनी हैवानियत की? हालांकि परिवार की ओर से अभी तक औपचारिक शिकायत नहीं दी गई है, लेकिन पुलिस ने अपनी तहकीकात तेज कर दी है।

सीतामढ़ी की ये वारदात बताती है कि मोहब्बत की गलियों में कभी-कभी नफ़रत की गोलियां और कत्ल के खंजर भी घूमते हैं और जब जुनून अंधा हो जाए, तो इंसानियत शर्मसार हो जाती है।