Bihar Crime: लाली यादव मर्डर केस, राजनीतिक रंग में रंगी वारदात, सियासत से लेकर सियासतदान तक में हलचल
लाली यादव की हत्या की खबर लगते ही सियासत भी गरमा गई। 11 सितम्बर की देर रात घटनास्थल पर मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा साहब पहुंचे और दलबल के साथ हालात का जायजा लिया। इसके बाद 12 सितम्बर को तेजस्वी यादव भी हेलीकॉप्टर से चैनपुर पहुंचे।...

Bihar Crime: सिवान जिले के चैनपुर बाजार स्थित पंच मंदिर के पास सोमवार की देर शाम गोलियों की गड़गड़ाहट ने पूरे इलाके को दहला दिया। कुख्यात अपराधी लाली यादव को उसके दुश्मनों ने फिल्मी स्टाइल में घेरकर गोलियों से भून डाला। मौके पर अफरातफरी मच गई और वारदात के बाद से पूरे इलाके में खौफ और दहशत का माहौल है।
पत्नी सीमा यादव की लिखित तहरीर पर चैनपुर ओपी में दर्ज एफआईआर ने मामले को और ज्यादा संगीन बना दिया है। दर्ज प्राथमिकी में कुल 10 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें जिला परिषद सदस्य ब्रजेश सिंह और सिसवन के पूर्व प्रखंड प्रमुख का पुत्र भी शामिल है। आरोप है कि पुरानी अदावत और जमीन विवाद को लेकर बाकायदा “सुपारी” देकर इस हत्या की साजिश रची गई।राहुल यादव और सन्नी सिंह, अख्तर राईन और रोहित यादव ,चंदन सिंह, शैलेन्द्र यादव, ऋषि सिंह, चंद्रमोहन प्रसाद सिंह, शशिभूषण राय और ब्रजेश सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हत्या की जिम्मेदारी आपस में बंटकर पूरी की गई। रेकी से लेकर हथियार चलाने तक सब कुछ पूर्व-नियोजित था। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। मामले की जांच अब एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) के हाथों में है।लाली यादव की हत्या की खबर लगते ही सियासत भी गरमा गई। 11 सितम्बर की देर रात घटनास्थल पर मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा साहब पहुंचे और दलबल के साथ हालात का जायजा लिया। इसके बाद 12 सितम्बर को तेजस्वी यादव भी हेलीकॉप्टर से चैनपुर पहुंचे।
तेजस्वी के साथ गाड़ी की ड्राइविंग खुद ओसामा कर रहे थे, जबकि साथ में सिवान सदर विधायक अवध बिहारी चौधरी और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी मौजूद थे। पीड़ित परिवार से मिलकर तेजस्वी यादव ने हरसंभव न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।तेजस्वी के पहुंचते ही हजारों लोग उमड़ पड़े। पूरा इलाका “लाली यादव अमर रहे” के नारों से गूंज उठा। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सड़कें और बाजार देर तक जाम रहे।
सिवान एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि हत्या के पीछे भूमि विवाद समेत कई एंगल से जांच चल रही है। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इलाके में तनाव और दहशत का माहौल बरकरार है।