कैब लूटने के लिए बेल्ट से घोंटा था गला: प्रदीप हत्याकांड का खुलासा, हत्यारों तक ऐसे पहुंची पुलिस
पिपरा थाना क्षेत्र के प्रदीप हत्याकांड का सफल उद्भेदन करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज मामले में अपराधियों ने लूट की नीयत से कैब चालक की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
Supaul : जिला पुलिस ने पिपरा थाना क्षेत्र के कौशलपट्टी दाहा नहर के पास मिले अज्ञात शव की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने वैज्ञानिक साक्ष्यों और त्वरित कार्रवाई के जरिए घटना में शामिल दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने अर्टिगा कार लूटने के उद्देश्य से चालक की हत्या की थी।
नहर के पास मिला था अज्ञात शव, ऐसे हुई पहचान
बीती 22 दिसंबर 2025 को पिपरा थाना क्षेत्र के कौशलपट्टी स्थित दाहा नहर के पास पुलिस ने एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था। शव को पोस्टमार्टम के बाद पहचान के लिए सदर अस्पताल के शीत गृह में रखा गया था। काफी प्रयासों के बाद मृतक की पहचान सुपौल के राजेश्वरी थाना क्षेत्र के चरणे (वार्ड-4) निवासी प्रदीप कुमार मेहता के रूप में हुई। प्रदीप 'जोकर कैब्स' कंपनी में चालक के तौर पर कार्यरत था।
एसपी ने बनाई विशेष टीम, तकनीकी जांच से मिला सुराग

हत्या की गंभीरता को देखते हुए एसपी सरथ आरएस (Sarath RS) ने एसडीपीओ और साइबर सेल के नेतृत्व में दो विशेष टीमों का गठन किया। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने, तकनीकी साक्ष्य जुटाने और मानवीय सूचनाओं के आधार पर अपराधियों को ट्रैक किया। इस कार्रवाई में पुलिस ने सावन कुमार (भपटियाही) और संजय कुमार (भीमपुर) को गिरफ्तार कर लिया।
सासाराम तक घुमाया, फिर रास्ते में ले ली जान
गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 'जोकर कैब्स' से सिमराही से दरभंगा और फिर सासाराम के लिए गाड़ी बुक की थी। 20 दिसंबर को निकले अपराधी 21 दिसंबर को सासाराम पहुंचे और फिर वापस सिमराही आए। 22 दिसंबर को जब वे सुपौल की ओर जा रहे थे, तब रास्ते में करिहो के पास सुनसान इलाका देखकर उन्होंने बेल्ट से प्रदीप का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
शव फेंककर गाड़ी लेकर हुए फरार
हत्या के बाद अपराधियों ने प्रदीप के शव को साक्ष्य छिपाने की नीयत से कौशलपट्टी दाहा नहर के पास फेंक दिया और उसकी काले रंग की मारुति अर्टिगा कार (BR-10AW-4190) लेकर फरार हो गए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तकनीकी साक्ष्यों को जब्त कर लिया है और गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की बड़ी उपलब्धि, नेटवर्क खंगालने में जुटी टीम
सुपौल पुलिस की इस त्वरित कामयाबी ने अपराधियों के मनोबल को तोड़ा है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या ये अपराधी किसी बड़े अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का हिस्सा हैं। एसपी ने जांच टीम में शामिल थानाध्यक्ष पिपरा और अंचल निरीक्षक की कार्यकुशलता की सराहना की है।
Report - vinay kumar mishra