Protest: बेतहाशा बढ़ती महंगाई के विरोध में हुए प्रदर्शन में नाइजीरिया में शामिल 29 बच्चों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। इन बच्चों पर राजद्रोह जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं और उन्हें मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गया है।
अदालत में पेश होने से पहले ही चार बच्चे थकान के कारण बेहोश हो गए थे। यह दर्शाता है कि इन बच्चों को हिरासत में कितने खराब हालात में रखा गया था। वकीलों का कहना है कि बाल अधिकार कानून के अनुसार, किसी भी बच्चे के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई नहीं की जा सकती।
नाइजीरिया में हाल के महीनों में महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में कई लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
नाइजीरिया में 29 बच्चों को महज इसलिए मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने बढ़ती महंगाई के खिलाफ आवाज उठाई थी। यह मामला दुनिया भर में सदमे और आक्रोश का कारण बना हुआ है। 90 दिनों तक बिना भोजन के हिरासत में रहने के बाद, इन नाबालिगों को राजद्रोह जैसे गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
बेहतर जीवन की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन में शामिल 14 से 17 वर्ष के इन बच्चों को राजद्रोह जैसे गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। अदालत में पेश होने से पहले ही कई बच्चे थकावट और कुपोषण के कारण बेहोश हो गए थे।