HMPV First Case in India: भारत में चीन का HMPV वायरस पहुंच चुका है। बेंगलुरु में इसका पहला मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक आठ महीने की बच्ची इस वायरस से संक्रमित पाई गई है। यह मामला बैपटिस्ट अस्पताल में दर्ज किया गया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में नमूनों का परीक्षण नहीं किया है। अस्पताल की प्रयोगशाला में की गई जांच में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि हुई है। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में केंद्र सरकार को सूचित कर दिया है।
बता दें चीन की स्वास्थ्य एजेंसियों ने सर्दियों में सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक पायलट सर्विलांस प्रणाली की शुरुआत करने की घोषणा की है। चीन के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम के प्रमुख ली जेंगलॉन्ग ने बताया कि इस प्रणाली के माध्यम से अज्ञात कारणों से उत्पन्न निमोनिया के मामलों की निगरानी की जाएगी।
चीनी सरकार के एक बयान के आधार पर, दिसंबर के तीसरे सप्ताह में सांस की बीमारियों से प्रभावित लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई है। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि राइनोवायरस और ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के संक्रमण के मामले अधिक पाए गए हैं। संक्रमण के अधिक मामले उत्तर के प्रांतों में सामने आए हैं, और संक्रमितों में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों की संख्या अधिक है।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से जाना जाता है, एक सामान्य श्वसन वायरस है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में फैल सकता है। यह वायरस विशेष रूप से वृद्ध व्यक्तियों और छोटे बच्चों पर अधिक प्रभाव डाल सकता है। यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो आपको भी इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा होता है। इसके कुछ सामान्य लक्षणों में नाक का बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, खांसी, बुखार या ठंड लगना शामिल हैं।