उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी, नामांकन प्रक्रिया शुरू, नीतीश कुमार के साथ ये नाम सबसे आगे
उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2025 है, दस्तावेजों की जांच: 22 अगस्त 2025 को होगी. नाम वापसी अंतिम तिथि: 25 अगस्त 2025 है. मतदान एवं मतगणना: 9 सितंबर 2025 को होगा.

Vice President nomination: निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति पद के लिए नौ सितंबर को होने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है और इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है। अधिसूचना के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है, जबकि दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी। चुनावी मुकाबले से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 21 जुलाई को यह पद रिक्त हो गया था। धनखड़ का कार्यकाल अगस्त 2027 में समाप्त होना था। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, मध्यावधि चुनाव की स्थिति में पद पर चुने जाने वाले व्यक्ति को पूरे पांच साल का कार्यकाल मिलता है।
धनखड़ का इस्तीफा
21 जुलाई 2025 की रात Jagdeep Dhankhar ने स्वास्थ्य कारणों को हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अगले ही दिन यानी 22 जुलाई को स्वीकार कर लिया. इसी कारण अब उपराष्ट्रपति पद पर उप चुनाव हो रहा है. उनका कार्यकाल मूल रूप से अगस्त 2027 तक था, लेकिन स्वास्थ्य और चिकित्सकीय सलाह को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने अचानक ही त्यागपत्र सौंप दिया. यह भारत के इतिहास में तीसरी बार हुआ कि कोई उपराष्ट्रपति कार्यकाल पूरा करने से पूर्व पद छोड़ने लगा – इससे पहले वी.वी. गिरि और कृष्णकांत ऐसा कर चुके हैं.
उप चुनाव का शेड्यूल
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि: 21 अगस्त 2025। दस्तावेजों की जांच: 22 अगस्त 2025। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि: 25 अगस्त 2025। मतदान एवं मतगणना: 9 सितंबर 2025 को संपन्न होगा.
कौन होगा उम्मीदवार
सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी एनडीए में अभी कोई जल्दबाजी नहीं है; रक्षाबंधन के बाद उम्मीदवार तय करने को लेकर विचार-विमर्श तेज होगा. चर्चित नामों में राज्यसभा उपसभापति Harivansh Narayan Singh (JD(U)) प्रमुख: क्योंकि वे पदेन सभापति भी हैं. अन्य NDA उम्मीदवारों में Arif Mohammad Khan (Bihar के राज्यपाल), Nitish Kumar (मुख्यमंत्री बिहार), J. P. Nadda, Manoj Sinha आदि के नाम भी सामने आ रहे हैं.
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि धनखड़ के इस्तीफे की पृष्ठभूमि में भाजपा सरकार ने दबाव बनाया जहां उन्होंने "या तो प्रस्ताव वापस लो या इस्तीफा दो" की स्थिति बना दी थी