Shiva Puja Ke Upay:यदि आप भी अपने इच्छित वर को प्राप्त करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन स्नान और ध्यान के बाद विधिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करें। पूजा के दौरान निम्नलिखित उपायों का पालन करें। इन उपायों को अपनाने से साधक को उसकी इच्छित फल की प्राप्ति होती है।सनातन परंपरा में सुख, समृद्धि और सौभाग्य के दाता भोले शंकर की पूजा किसी भी समय की जा सकती है, किंतु प्रदोष काल में उनकी पूजा विशेष रूप से फलदायी और पुण्यदायी मानी जाती है। इस संदर्भ में, आज प्रदोष काल में, जो प्रतिदिन सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले प्रारंभ होता है, विधिपूर्वक पूजा अवश्य करें। पूजा का समय और महत्व सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन विधि-विधान से पूजा करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। प्रदोष काल, जो सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले शुरू होता है, में पूजा करना अत्यधिक फलदायी माना जाता है।
गंगा जल या शुद्ध जल, गाय का कच्चा दूध, सफेद चंदन, भस्म (रुद्राक्ष), सफेद पुष्प, धतूरा, बेलपत्र, शमीपत्र आदि
पूजा विधि
जल अर्पण: सबसे पहले तांबे के लोटे से गंगा जल या शुद्ध जल शिवलिंग पर चढ़ाएं।
इसके बाद भगवान शिव को गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करें। फिर एक बार फिर शुद्ध जल से स्नान कराएं।भगवान भोलेनाथ को सफेद चंदन और भस्म से तिलक लगाएं।पुष्प अर्पण: सफेद पुष्प, धतूरा, बेलपत्र आदि चढ़ाएं।
मंत्र जप
रुद्राक्ष की माला से “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें।दीपक जलाकर आरती करें।
विशेष ध्यान पूजा के अंत में शिवलिंग की आधी परिक्रमा करें और अपनी मनोकामना महादेव के चरणों में अर्पित करते हुए भूल-चूक के लिए माफी मांगें।
अन्य उपाय यदि विवाह में कोई बाधा आ रही है तो शिवलिंग पर केसर वाला दूध चढ़ाने का उपाय करें। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए आटे की गोलियां बनाकर मछली को खिलाना भी लाभकारी हो सकता है।
इन सभी विधियों और उपायों को श्रद्धा भाव से करने पर महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।